संजय दीक्षित,गुना। शहर के नेशनल हाइवे में उस वक्त बड़ा बस हादसा टल गया, जब एक चलती बस में अचानक आग लग गई. आग पूरे बस को अपनी चपेट में ले पाता, इसके पहले ही ड्राइवर की नजर आग पर पड़ गई और उसने बस रोक कर यात्रियों की जान बचा ली. यदि बस ड्राइवर ने तत्परता नहीं दिखाई होती तो कई लोगों की जान जा सकती थी.

नेशनल हाइवे क्रमांक 46 पर बीती रात एक बस उत्तरप्रदेश से मुंबई की ओर जा रही थी

जानकारी के अनुसार जिले से गुजरे नेशनल हाइवे क्रमांक 46 पर बीती रात एक बस उत्तरप्रदेश से मुंबई की ओर जा रही थी, बस जैसे ही पार्वती नदी के पुल से गुजर रही थी, तभी ड्राइवर को बस की दाहिनी तरफ आग की लपटें उठती देखी. उसने किसी अनहोनी की आशंका से तुरंत बस रोक दी. बस से उतर कर देखा तो बस में आग लग चुकी. उसने सभी यात्रिकों को पहले बस से नीचे उतारा.

आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया

इसके बाद यात्रियों की मदद से डायल 100 को सूचना दी गई. मौके पर डायल 100 के अलावा चौकी प्रभारी अरुण सिंह भदौरिया भी दमकल वाहन के साथ पहुंचे और बस में सुलग रही आग को बुझाया. इस दौरान वहां पर अफरा-तफरी का माहौल रहा. आग बुझने के बाद यात्रियों सहित पुलिस ने राहत की सांस ली. आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है.

सभी यात्रियों को सुबह एक अन्य बस के माध्यम से सुरक्षित उनके गतव्य की ओर रवाना किया गया

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि ड्राइवर ने तत्परता नहीं दिखाई होती तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता था. हादसे वाली बस के सभी यात्रियों को सुबह एक अन्य बस के माध्यम से सुरक्षित उनके गतव्य की ओर रवाना किया गया. बस में दो दर्जन से अधिक यात्री सवार थे.