आरिफ कुरैशी, श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की करहाल तहसील के उगना बस्ती में मौसमी बीमारी ने कहर बरपाया है। इस प्रकोप ने एक बच्चे सहित चार लोगों की जान ले ली है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने पर 64 लोग उल्टी और दस्त जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मिले हैं, जिनमें से 10 लोगों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। स्थानीय आदिवासी समुदाय ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समय पर उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई। इस घटना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। 

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कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ अत्येंद्र सिंह गुर्जर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. दिलीप सिंह सिकरवार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीमें उगना बस्ती में पहुंची हैं। टीमें डोर-टू-डोर सर्वे कर रही हैं और प्रभावित लोगों का इलाज शुरू किया गया है। चार से पांच मरीजों को गंभीर हालत के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है। 

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स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पॉन्स टीमें प्रभावित क्षेत्र में सक्रिय हैं और डायरिया के 49 मरीजों का उपचार शुरू किया गया है। आदिवासी समुदाय के लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में देरी और लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की है। 

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