अजय नीमा, उज्जैन। आगामी 7-8 सितंबर 2025 को देश और दुनिया एक अनोखी खगोलीय घटना के साक्षी बनेंगे। इस दिन पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अंटार्कटिका, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के कई हिस्सों में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
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भारतीय समयानुसार ग्रहण की शुरुआत 7 सितम्बर रात 09:56:08 बजे होगी। ग्रहण का मध्यकाल 11:41:08 बजे होगा, जब चन्द्रमा का लगभग 136.8 प्रतिशत भाग पृथ्वी की छाया से ढंक जाएगा और यह पूर्ण चंद्रग्रहण का दृश्य बनेगा। इसका समापन 8 सितम्बर रात 01:26:08 बजे पर होगा।
चन्द्रग्रहण को देखने की विशेष व्यवस्था
खगोलशास्त्रियों के अनुसार, पूर्ण चन्द्रग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं और पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चन्द्रमा को ढंक लेती है। इस विशेष अवसर पर उज्जैन की वेधशाला में लोगों के लिए चन्द्रग्रहण को देखने की विशेष व्यवस्था की गई है। यदि मौसम साफ रहा तो लोग नग्न आंखों से इस अद्भुत खगोलीय घटना का आनंद उठा सकेंगे। जानकारी डॉ. राजेन्द्र प्रकाश गुप्त अधीक्षक शासकीय जीवाजी वेधशाला उज्जैन ने दी।
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