राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश की लाडली बहनों की इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई है। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर उनकी खातों में 22 वीं किस्त की राशि डाल दी गई है। प्रदेश के 1.27 करोड़ बहनों के खातों में 1552.73 लाख डाले गए हैं। इसी तरह सिलेंडर रिफिलिंग के लिए अलग से 26 लाख बहनों को 55.95 करोड़ रुपए दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान

महिला दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया है। धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में फांसी का प्रावधान किया जा रहा है। हमारी सरकार ये प्रावधान करने जा रही है। धर्मांतरण प्रदेश में नहीं चलने दिए जाएगा। मासूम बच्चियों से ज्यादती को लेकर सरकार गंभीर है। सरकार दुराचारियों को छोड़ने वाली नहीं है। धर्मांतरण दुराचार का कोई स्थान नहीं है।

भारत मातृ सत्ता को स्वीकारने वाला एकमात्र देश

मुख्यमंत्री डॉ मोहन ने कहा आज सुबह से अद्भुत वातावरण बना है। आज मेरे पूरे स्टाफ की जिम्मेदारी बहनें संभाल रही हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में राष्ट्रपति के पद पर महिला हैं। सरस्वती, दुर्गाजी, लक्ष्मी मैया इन शक्तियों के बिना कुछ कल्पना नहीं की जा सकती। एकमात्र देश भारत है जो मातृ सत्ता को स्वीकार करता है। साल 2028-29 के चुनाव में स्पस्ट हो जाएगा की बहनों को महत्व कौन देता है। यह दुनिया के लिए आदर्श उदाहरण बनेगा। आर्थिक रूप से भी मां-बहन सम्पन्न बन रही हैं। उद्योगों में बहनों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। कांग्रेस कहती थी लाडली बहनों का पैसा देंगे कि नहीं, तुम रोते रहो हम देते रहेंगे। हमारे बारे में जाने क्या-क्या बोलते रहते थे। 19 हजार से अधिक कन्याओं का विवाह सरकार ने किया है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H