कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. मध्य प्रदेश के ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में सम्बद्धता फर्जीवाड़े पर अब जल्द एक्शन शुरू होगा. विश्विद्यालय के कुलगुरु राजकुमार आचार्य की हाल ही में स्थाई समिति सदस्यों के साथ हुई बैठक के बाद बड़ा निर्णय लिया गया है. फर्जी तरीके से सम्बद्धता लेने वाले चिन्हित कॉलेजों पर अब कार्यपरिषद की बैठक के बाद कार्यवाई शुरू की जाएगी.

जीवाजी विश्विद्यालय की कार्यपरिषद ने हाल ही में 222 कॉलेजों मे से 74 कॉलेजों को सम्बद्धता दी गई. लेकिन इनमें दर्जनों ऐसे कॉलेज भी हैं, जो सिर्फ दस्तावेजों में ही संचालित हो रहे हैं. इनकी शिकायत कुलगुरु राजकुमार आचार्य को मिली थी. जिसके बाद स्थाई समिति ने चार कॉलेजों की संबद्धता खत्म करने के साथ ही 23 कॉलेज की फिर से जांच करना तय किया है.

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इन कॉलेजों की सम्बद्धता खत्म करने का लिया गया निर्णय

  • आइडियल कॉलेज जरपुरा मेहगांव
  • आरएबी शिक्षा महाविद्यालय अकबरपुर ग्वालियर
  • जय मां शिक्षा महाविद्यालय मुरैना
  • फिरदौस शिक्षा महाविद्यालय कुलैथ

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विश्विद्यालय के कुलगुरु के संज्ञान में लाकर 4 बीएड कॉलेज की सम्बद्धता को होल्ड पर रखा गया है. साथ ही 23 कॉलेज की फिर से जांच करना तय किया गया है. इसके अलावा जिन कॉलेजों की सम्बद्धता को पहले खत्म करने का निर्णय हुआ था. उनमें से 8 कॉलेज की फिर से जांच करने का निर्णय भी लिया गया है. ऐसे में अब इन सभी फैसलों को विश्विद्यालय की EC बैठक के सामने रखा जाएगा. जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

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