कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर हाईकोर्ट में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। एक तरफ प्रतिमा लगाए जाने के विरोध के स्वर उठ रहे हैं। दूसरी तरफ इसे स्थापित किए जाने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मामले में अब दिग्गज नेताओं ने भी मोर्चा संभालते हुए HC में प्रतिमा स्थापित करने की मांग तेज कर दी है। इस दौरान उन्होंने खुद को सनातनी बताया और यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर जितनी गालियां उन्हें मिलती है, उतनी किसी को नहीं मिलती।
दिग्विजय सिंह ने HC में अंबेडकर की प्रतिमा लगाने का किया समर्थन
दरअसल, ग्वालियर में आज शनिवार को चैम्बर ऑफ कॉमर्स सभागार में सामाजिक न्याय सम्मेलन का आयोजन हुआ। जहां पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने खुलकर प्रतिमा लगाने का समर्थन किया। वहीं अंबेडकर प्रतिमा का विरोध कर रहे लोगों को आरएसएस और बीजेपी प्रायोजित बताया।

आरएसएस को बताया नफरत फैलाने वाला
दिग्विजय सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा “बाबा साहब की मूर्ति का विरोध करने वाली RSS, BN राव के पर्चे बांट रही हैं। BN राव को कोई नही जानता है। एक धड़ा BN राव के बहाने कह रहा है कि बाबा साहब ने संविधान नही बनाया बल्कि हमारे वर्ग के व्यक्ति ने बनाया। इतना बड़ा झूठ बोलना,अरे संघी (आरएसएस) शर्म करो। इतिहास नही बदल पाओगे। RSS इस देश पर अनैतिक कब्जा करना चाहती है। वे नफरत फैला रहें हैं।”
दिग्विजय बोले- मैं किसी से घबराता नहीं
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि “ब्रिटिश के खिलाफ गांधी जी जेल गए,तब आरएसएस ने कहा कि अंग्रेज सेना में भर्ती होकर अंग्रेजो का साथ दो। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर नार्थ ईस्ट में चुनाव लड़ा। मैं हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए लड़ता हूं। पांच राज्यों में मानहानि के केस चल रहे हैं। मैं किसी से घबराता नहीं हूं। नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोलने का संकल्प राहुल गांधी ने दिया है उस पर सब अमल करेंगे।

दिग्विजय ने खुद को बताया सनातनी
उन्होंने कहा कि “यहां के प्रस्ताव में मेरी सहमति है। सुप्रीम कोर्ट में मूर्ति लगी है तो फिर हाईकोर्ट में लगने में क्या दिक्कत है? बाबा साहब के लिए बहुमत की जरूरत नहीं। बाबा साहब का अपमान सहन नहीं करेंगे।” दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि वे सनातन का पालन करने वाले हैं। लेकिन आज कुछ लोग सनातन को बदनाम करने का काम कर रहें। वह लोगो को आपस मे लड़ाते हैं।
सनातन में वर्ण व्यवस्था जाति नहीं कर्म के आधार पर थी
उन्होंने आगे कहा कि सनातन में वर्ण व्यवस्था जाति नहीं कर्म के आधार पर थी। मनु स्मृति को भागवत सही मानते हैं। 18 वें अध्याय में हर व्यक्ति की कर्म व्यवस्था के आधार पर है, जन्म के आधार पर नहीं है। आज लोग जन्म के आधार पर लड़ रहें हैं। वर्ण व्यवस्था विचार धारा के आधार पर लड़ रहे है। सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह को जितनी गाली पड़ती है, उतनी किसी को नही पड़ती। लेकिन ये गालियां मेरी विचारधारा को डिगा नहीं सकती है।

हजारों सालों के अन्याय को एक सदी में पूरा नहीं कर पाए
दिग्विजय ने कहा कि राहुल गांधी ने सही काम किया है जो वंचित तबके की लड़ाई लड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में अन्याय हो रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति के जजों की सेवाएं समांप्त की जा रही है। उन्होंने कहा, ” मैं CM था तब मैंने खूब सपोर्ट किया। मैं जानता हूं मुझे गालियां पड़ेगी लेकिन मुझे फर्क नही पड़ता। कुछ चीजें समय पर कहना जरूरी है। हजारों सालों के अन्याय को हम एक सदी में पूरा नहीं कर पाए।”
HC परिसर में प्रतिमा लगाने का विवाद गहराया
बहरहाल ग्वालियर हाई कोर्ट परिसर में अंबेडकर प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद गहराने लगा है। क्योंकि अब इसमें दलित संगठनों के साथ ही राजनीतिक पार्टियों की भी एंट्री हो गई है। कांग्रेस खुलकर प्रतिमा लगाने का समर्थन कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर मूर्ति लगाने का विरोध करने वाले लोग BN राव के साथ ही संविधान निर्माण से जुड़े रहे अन्य बुद्धिजीवियों के नाम को आगे लाने का प्रयास कर रहे हैं।
बता दें कि वामपंथी संगठन, ओबीसी एससी/एसटी संगठनों द्वारा सामाजिक न्याय सम्मेलन के आयोजन में राज्यसभा सांसद अशोक सिंह, डीएमके सांसद पी विल्सन, जेएनयू की पूर्व अध्यक्ष आयुषी घोष भी मौजूद रही।
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