ग्वालियर। कोरोना महामारी के इस दौर में जहां दवाई, ऑक्सीजन और बेड की कमी से बड़ी संख्या में लोगों की मौते हो रही है। आलम यह है कि श्मशान घाटों में चिताएं सजाने के लिए जगह छोटी पड़ने लगी है, शवों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। ऐसे हालात में भी कई लोग ऐसे हैं जो अब इंजेक्शन और प्लाज़्मा तक की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। झांसीरोड पुलिस ने प्लाज़्मा की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किये गए आरोपियो में से एक JAH का वार्ड बॉय भी है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से प्लाज्मा व नकली दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक मुखबीर से सूचना मिली थी कि JAH में रखे प्लाज्मा की कालाबाज़ारी की जा रही है।
सूचना के बाद थाना प्रभारी ने कोरोना संक्रमित का अटेंडर बनकर गिरोह के एजेंट से सम्पर्क किया। डील 20 हज़ार रुपये में तय की गई जिसकी डिलेवरी मंगलवार को मांढरे की माता मंदिर के पास होनी थी। पुलिस ने जाल बिछाकर डिलेवरी देने आए आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस ने आरोपियों से प्लाज्मा व नकली दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
एसपी अमित सांघी ने बताया है कि पकड़े गए आरोपियों में एक JAH का वार्ड बॉय तथा उसका ऑटो ड्राइवर साथी शामिल हैं। जो नकली दस्तावेज बनाकर JAH के ब्लड बैंक से प्लाज्मा निकालकर बेचते थे। आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ में 10 प्लाज्मा बेचे जाने की बात कबूली है। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है इस गिरोह में अन्य सदस्य भी शामिल हो सकते हैं जिनके नाम जरूरत पड़ने में विवेचना उपरांत बढ़ाये जा सकते हैं।