अखिलेश बिल्लौरे, हरदा। जिले में “हृदय अभियान” का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि जिले में हृदय अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा की महत्वपूर्ण सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर पहुंचाना है और उनका जीवनस्तर सुधारने का प्रयास मात्र करना है.

दरअसल, वर्ष 2024-2025 के लिए यह अभियान, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग की साझेदारी में चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत कई प्रमुख कार्यों का संचालन किया जाता है, जिसमें महिला स्वास्थ और बच्चों को कुपोषण से मुक्त करना, उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल है. इस हृदय अभियान के तहत जिले की करीब 50 ग्राम पंचायत का चयन कर स्वास्थ्य विभाग महिला बाल विकास शिक्षा विभाग का ग्रामीण विकास और राजस्व विभाग के संयुक्त दल की मदद से घर घर जाकर करीब 18 हजार परिवारों का सर्वे कराया गया है.

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इस सर्वे में 225 बच्चे कुपोषित, 162 हाई रिस्क गर्भवती महिलाएं, 1700 बच्चे स्कूल नहीं जाने वाले मिले. अगस्त माह से विशेष दल ने डोर टू इसने संपर्क किया और संबंधित विभाग ने इन्हें ट्रीट किया. 30 सितंबर को इसके परिणाम जानने सर्वे कराया गया, जिसमें पाया गया कि 65 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से बाहर आ चुके हैं.

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600 बच्चों ने दुबारा स्कूल जाना शुरू किया है. बाकी बच्चों को ओपन बोर्ड या अन्य किसी माध्यम से पढ़ाई फिर से शुरू करवाने की प्रक्रिया की जा रही है. वहीं हाई रिस्क गर्भवती महिला को हाई रिस्क से बाहर निकाला है. कलेक्टर आदित्य सिंह ने कहा कि यह पहला हमारा सर्वे था, जब तक पूरी समस्या हल नहीं हो जाती हैं, तब तक ये जारी रहेगा. आगे हम सभी 220 ग्राम पंचायतों में इसको लागू करेंगे.

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