भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार कोरोना को लेकर किए गए तमामे दावें यहां फेल नजर आते हैं. जहां मंगलवार को राजधानी के वैष्णों अस्पताल के डॉक्टर ने ऑक्सीजन के लिए हाथ जोड़कर गुहार लगा रहा है. दरअसल बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण के चलते मध्य प्रदेश की राजधानी सहित कई शहरों में ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही है. जिसके चलते यहां वैष्णों अस्पताल के डॉक्टर परिहार गोपाल सिंह ने शासन-प्रशासन से अपील की है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है. इसकी कमी से लोग मर रहे हैं. डॉक्टर ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को जाकर सुनिश्चित करना चाहिए कि क्या अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर मिल रहे हैं कि नहीं. उन्होंने ये भी कहा कि अस्पताल की वैन को 8-9 घंटे लाइन में लगकर एक सिलेंडर मिल पा रहा है. इस एक सिलेंडर से 10 मरीज कैसे रह सकते हैं. परिहार गोपाल सिंह ने कहा कि कोरोना के चलते बहुत भयानक और बुरी स्थिति है.
सिटी अस्पताल में 6 की मौत
सिटी अस्पताल के पीआरओ आशीष गोस्वामी ने ऑक्सीजन की स्थिति को लेकर बताया कि बीते 24 घंटे में राजधानी के सिटी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 6 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है. उन्होंने शासन-प्रशासन पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न उपलब्ध कराने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन के डर से कोई बोलना नहीं चाह रहा है. रोजाना 90 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ती है लेकिन 30 ही मिल पा रहे हैं. 60 सिलेंडर की रोज कमी है. उनका कहना है कि सरकार कह रही है कि वह ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिल रहा है.
बेकाबू कोरोना पर सियासत शुरू
मध्यप्रदेश में बेकाबू हो रहे कोरोना और हालात के बीच सियासत की जंग भी शुरू हो गई है. जिसकों लेकर विपक्ष ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने राष्ट्रपति को पत्र लिखते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के हालात बेकाबू हैं, लेकिन सरकार दमोह उपचुनाव में व्यस्त है. उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश का मुखिया कभी दमोह तो कभी बंगाल में प्रचार करते दिख रहे हैं. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी पश्चिम बंगाल के दौरे पर जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी दमोह उपचुनाव में व्यस्त हैं. ऐसे हालात में प्रदेश में सरकार बने रहना उचित नहीं है. जिसके चलते प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के महानगरों में ऑक्सीजन की कमी से जाने जा रही है और सरकार की प्राथमिकता चुनाव है.
शिवराजजी सियासत को खूंटे पर टांग दीजिए: कांग्रेस प्रवक्ता
कांग्रेस के एक और प्रवक्ता ने ट्विट करके कहा कि शिवराज जी सारी सियासत को खूंटे पर टांग दीजिए. सत्ता की हवस आपके और आपकी पार्टी के सिर चढ़कर बोल रही है. उसको थोड़ी देर एक तरफ रख भोपाल के इस डॉक्टर की हांथ जोड़ने वाली अपील सुन लीजिए. हम लोगों की खातिर रेमडेसिवीर का इंजेक्शन और फेवीफ्लू की गोली और ऑक्सीजन सिलेंडर की भीख मांगते हैं.
जनता मांग रही दवाई- मंत्री मांग रहे वोट
डॉक्टर का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों हाथ ले लिया है और लगातार विपक्ष पर हमलावर होते हुए दिखाई दे रहा है. इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री या तो अस्पतालों में जाएं या इस्तीफा दें. प्रदेश के अस्पतालों के भयावह दृश्य आठ करोड़ जनता को दहला रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से जनता उनसे ऑक्सीजन और दवाई मांग रही है और वे दमोह में जनता से वोट मांग रहे हैं. उपचुनाव पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता क्या है? लोगों की जान बचाना या खरीदी हुई एक सीट बचाना.
सीएम की आपात बैठक
वैष्णों अस्पताल के डॉक्टर परिहार गोपाल सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई. उन्होंने ने सभी मंत्रियों को तुरंत वर्चुअल बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए. बैठक में सीएम सभी मंत्रियों से कोरोना की रिपोर्ट लेंगे. साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की उपलब्धता पर चर्चा करेंगे. कोरोना के मद्दनेजर बीते दिनों सीएम शिवराज ने सभी मंत्रियों को कोरोना के हालातों पर नजर रखने के लिए जिलों का प्रभार भी दिया है.
कोरोना के आगे बेबस सरकार
प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के आगे अब सीएम शिवराज और उनके वादे बेबस नजर आ रहे हैं. अब सीएम ने अब समाजसेवी संगठनों से सहयोग मांगा है. सरकार ने अपील की है कि समाज सेवी भी कोविड सेंटर चला सकते हैं. गैर- लक्षण वाले पॉजिटिव मरीज जो घर में नहीं रहना चाहते हैं वे ऐसे कोविड-सेंटर में भर्ती हो सकते हैं. साथ ही सरकार ने निजी अस्पतालों को सरकारी भवनों में अस्पताल खोलने का ऑफर दे चुकी है. हालांकि इस संबंध में सामाजिक संगठनों से सीएम शिवराज सिंह जल्द बात करेंगे.
सीएम शिवराज का बड़ा बयान
इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर में तेजी के साथ संक्रमण बढा है. आज ही मैंने दिल्ली बात की है. भोपाल एम्स के सभी बैड्स का उपयोग कोविड उपचार के लिए किया जा सके, ऐसा अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि लगातार बेड बढ़ाए जा रहे हैं.
सीएम ने बताया कि प्रदेश के 9 जिलों में अभी कोविड सेंटर नहीं खुले हैं. ऑक्सीजन की उपलब्धता भी पर्याप्त मात्रा में है. गैस टैंकर्स समय पर प्रदेश आएं इसकी चिंता भी हम कर रहे हैं.