अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। यहां प्रसूता के साथ आए पति को पर्चा बनाने के लिए भेज दिया गया। महिला के साथ कोई अटेंडर न होने के कारण एंबुलेंस से उतर रही प्रसूता की डिलीवरी अचानक हो गई। इस दौरान जन्म लेते ही मासूम नीचे जमीन पर गिर गया। गनीमत रही कि नवजात बाल-बाल बच गया। लेकिन उसके सिर में गंभीर चोट आई है। 

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परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप 

मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के बाद भी अस्पताल स्टाफ काफी देर तक पीड़िता के पास नही पहुंचा। घटना को लेकर पीड़िता के पति और परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं। वहीं मध्य प्रदेश में प्रसूताओं के लिए चल रही जननी एक्सप्रेस की खामी भी उजागर हो गई है। जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस में ड्राइवर के अलावा अन्य कोई स्टाफ मौजूद ही नहीं रहता। जिस कारण इमरजेंसी के ऐसे समय में मरीज के साथ के अटेंडर को ही जिम्मेदारी उठाना पड़ती है।

महिला के पति को पर्चा बनाने भेजा 

जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर नकतरा के पास ग्राम कामका कुराद निवासी प्रसूता महिला रेखा बाई अपने पति नेपाल सिंह के साथ डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल आई थी। यहां महिला के पति को पर्चा बनाने की लाइन में खड़ा कर दिया गया और इस दौरान कोई अटेंडर ना होने के कारण एंबुलेंस से उतरते समय महिला की डिलीवरी हो गई। इस घटना में डिलीवरी के दौरान नवजात की जान नीचे जमीन पर गिरने से बाल बाल बच गई। लेकिन उसके सिर में गंभीर चोटें आई है। फिलहाल बच्चे और उसकी मां को जिला अस्पताल में भर्ती कर चिकित्सीय लाभ दिया जा रहा है। 

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डॉक्टरों ने भी स्वीकारी गलती 

इस मामले में महिला के पति एवं अन्य लोगों ने भी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं डॉक्टर भी स्वीकार कर रहे हैं कि प्रसुताओं के लिए संचालित जननी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस सेवा में स्टाफ की कमी के कारण ऐसे इमरजेंसी मामलों में रिस्क बहुत बढ़ जाती है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से कार्य योजना बनानी चाहिए।

जानें प्रभारी सिविल सृजन ने क्या कहा ? 

वहीं इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन दीपक गुप्ता ने कहा कि जननी एक्सप्रेस में कोई असिस्टेंट साथ में नहीं रहता है, उनके परिजन ही साथ में रहते हैं। इस वजह से ऐसी घटना हुई है, मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो।   

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