हेमंत शर्मा, इंदौर। Bajrabattu Sammelan 2025: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का आज अनोखा अंदाज देखने को मिला। बजरबट्टू सम्मेलन में वे पितरेश्वर धाम के फलाहारी बाबा के रूप में नजर आए। सिर पर जटा, गले में रुद्राक्ष की माला, हाथ में त्रिशूल और लंबी दाढ़ी के साथ उनका यह भेष चर्चा का विषय बन गया। 

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दरअसल, इंदौर में रंगपंचमी से पहले बजरबट्टू सम्मेलन का आज आयोजन है। आज सबसे पहले शोभायात्रा निकाली गई जिसमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हुए। इस बार मंत्री पितरेश्वर धाम के फलाहारी बाबा का गेटअप लेकर पहुंचे।

उन्होंने अपनी एक फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की जिसमें लिखा, “बजरबट्टू सम्मेलन 2025…प्रयागराज महाकुंभ की दिव्य आभा को अनुभव करते हुए श्री पितरेश्वर धाम के फलाहारी बाबा के रूप में भव्य पेशवाई। तो बताइए, मेरा यह रूप आपको कैसा लगा…?”

 बता दें कि बजरबट्टू सम्मलेन का यह 28वां वर्ष है। आज आम आदमी के साथ पत्रकार भी अलग-अलग वेशभूषा में दिखाई दिए।

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शोभायात्रा में डीजे-बैंड की धुन पर नाचे लोग

शोभायात्रा में डीजे-बैंड की धुनों पर लोग नाचते हुए आगे बढ़े। बच्चियां साफा बांधकर पहुंची। साधु-संत भी इसमें शामिल हो रहे हैं। शोभायात्रा के बाद हास्य कवि सम्मेलन होगा। इसमें कई नामी कलाकार प्रस्तुति देंगे। इस दौरान विजयवर्गीय ने कहा, “इंदौर तो त्योहारों का ही शहर है। यहां रंग पंचमी बहुत मस्ती और उत्साह के साथ मनाई जाती है। मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कहीं और इस तरह का रंग पंचमी उत्सव मनाया जाता होगा। पूरा शहर मानो सड़कों पर उतर आता है, लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं, कोई किसी को पहचानता तक नहीं, फिर भी सभी एक-दूसरे को शुभकामनाएं और बधाइयां देते हैं।”

राजनीतिक संकेत या महज परंपरा?

मंत्री विजयवर्गीय ने खुद को ‘फलाहारी बाबा’ बताते हुए कहा कि जब पित्र पर्वत पर हनुमान प्रतिमा स्थापित हो रही थी, तब उन्होंने लंबे समय तक केवल फलाहार किया था। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में इसे अन्य संकेतों से भी जोड़ा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में पुलिस विभाग के एक ट्रांसफर मामले में उनके फोन कॉल्स पर भी अमल नहीं हुआ, जिससे उनकी राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ इसे मुख्यमंत्री से तालमेल में आ रही दिक्कतों से भी जोड़ रहे हैं।

जानिए कब-कब किसका अपनाया रूप?

साल 2023 में बजरबट्टू में कैलाश विजयवर्गीय बने चाचा चौधरी और जीतू जिराती बने साबू
साल 2018 में रॉकस्टार बने
साल 2017 में सचिन तेंदुलकर बने

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