हेमंत शर्मा, इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सड़क के बाद तीन इमली ब्रिज पर खतरा मंडरा रहा है. पुल का एक हिस्सा लगभग 4 इंच धंस चुका है और रिटेनिंग वॉल और रेलिंग के बीच एक बड़ा गैप दिखाई दे रहा है. नगर निगम और पीडब्ल्यूडी विभाग मरम्मत के लिए एक-दूसरे की जिम्मेदारी बता रहे हैं.

बता दें कि 40 करोड़ की लागत से यह ब्रिज बनाया गया है. ब्रिज के नीचे से मिट्टी खिसकने के कारण ब्रिज का एक हिस्सा 4 इंच धंस चुका है. ब्रिज पर गाड़ियां का आवागमन चालू है, लेकिन सुधार कार्य नहीं किया गया है. आठ माह पहले जीएसआईटीएस ने सुधार की सिफारिश की थी. ब्रिज एक्सपर्ट के मुताबिक, रिटेनिंग वॉल बनाई गई है. वो साइड रोड से काफी ऊपर बनाई गई है और नीचे मिट्टी भरी हुई है.

उनका कहना है कि रिटेनिंग वॉल बनाई गई है. वो साइड रोड से काफी ऊपर बनाई गई है और नीचे मिट्टी भरी हुई है. मिट्टी रोक के लिए जो तरीके होते है, यो तो रिटेनिंग वॉल बहुत नीचे तक बनाई जाए. या तो मिट्टी का स्लोप मेंटेन किया जाए. जिसे एंगल ऑफ रिपोज कहते हैं. जिससे मिट्टी बह के बाहर नहीं आती है. अब सवाल खड़ा होता है कि क्या जिम्मेदार हादसों का इंतजार कर रहे हैं? अगर दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

गौरतलब है कि पिछले दिनों शहर के आईएस क्षेत्र में अचानक सड़क धंस गई थी और वहां करीब 15 फीट गहरा और 15 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया थी. गनीमत रही कि हादसे के समय कोई वाहन इस गड्ढे में नहीं गिरा, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.

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