चंकी बाजपेयी, इंदौर। अब तक आपने इंसानों के निधन पर मृत्युभोज और मुंडन जैसे संस्कार कराते देखा होगा। लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर में एक स्ट्रीट डॉग की मौत पर उसके वफादारी के बदले में यह सारा आयोजन कराया गया। एक तरफ जहां कालू की मौत पर सभी मोहल्लेवासी गमगीन थे। वहीं दूसरी ओर उसके जाने के शोक में बाल मुंडवाए गए तो किसी ने उसके फेवरेट जलेबी, दूध और डॉग्स के खाने वाले पेडिग्री भी बांटी गई। इस दौरान दर्जनों कुत्तों को भी भोजन कराया गया।

स्ट्रीट डॉग्स के लिए भी किया गया मृत्युभोज का आयोजन
दरअसल, विजय नगर स्थित 78 स्कीम इलाके में एक ‘कालू’ नाम का स्ट्रीट डॉग पिछले 14 सालों से रहता था। लोग उसका इलाज करवा रहे थे और उसे ICU में भी भर्ती करवाया गया था। लेकिन बीते 23 अप्रैल को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद क्षेत्र के ही लोगों ने संपूर्ण विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार किया और 13 दिनों तक अंतिम प्रक्रिया के बाद आज रविवार को तेरहवीं का कार्यक्रम किया गया। जिसमें अन्य स्ट्रीट और पालतू डॉग के लिए मृत्यु भोज का आयोजन भी किया गया। पहली बार ऐसा हुआ जब किसी आयोजन में दूध, रोटी, पनीर, जलेबी, दही, छाछ परोसा गया है। क्षेत्र के तमाम डॉग के साथ ही आसपास के रहने वाले लोगों को भी तेरहवीं का भोजन करवाया गया।

रहवासी ने सिर मुण्डन संस्कार भी कराया
क्षेत्र में ही रहने वाले विक्की यादव ने स्ट्रीट डॉग कालू के अंतिम संस्कार के साथ ही सर मुंडन कराकर कालू को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका कहना है कि “इंसान तो बोलकर अपनी वफादारी बता देता है। लेकिन हमारे क्षेत्र के डॉग कालू ने बिना बोले अपनी वफादारी दिखाई है। इसी वफादारी के प्रति हमने अपना प्रेम प्रकट किया है।”

कॉलोनीवासियों का था बेहद लगाव
विजेंद्र शर्मा ने बताया कि कालू स्ट्रीट डॉग था, कालू पिछले 12-15 सालों से स्कीम नंबर 78 में ही रहता था। सभी लोगों को उसके प्रति लगाव था। क्योंकि आज क्षेत्र की रखवाली अच्छे से करता था। उन्होंने कहा कि कालू की मृत्यु 23 अप्रैल को बीमारी के कारण हो गई थी। जिसका आज तेरहवीं का कार्यक्रम आयोजन किया गया। जिसमें कॉलोनी के अन्य आवारा श्वान और पालतू स्ट्रीट डॉग को भोज कराया गया।

मृत्युभोज में रखा गया कालू का पसंदीदा भोजन
कालू का चार-पांच बार एक्सीडेंट होने के बाद भी वह ठीक हो गया था। उसने कभी भी कालोनी के रहवासियों पर अटैक नहीं किया। कई सालों तक कॉलोनी में साथ रहा। इसके कारण पूरी कॉलोनी का लगाव कालू से था। इसी कारण इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मृत्यु भोज में स्ट्रीट डॉग कालू की पसंदीदा चीजे पेडिग्री, दूध, टमाटर, टोस्ट, अंडे, दूध, दही, रोटी, जलेबी जो चीज कालू खाता था, वह सभी इस मृत्यु भोज में रखा गया है।

3 दिनों तक आईसीयू में भी ईलाज चला
रहवासियों ने बताया कि बीमारी के बाद डॉक्टर से उसका इलाज भी कराया गया था। जब उसकी बीमारी ज्यादा बढ़ गई और स्वास्थ्य खराब होने लगा तो उसे आईसीयू में भी भर्ती किया गया।जहां तीन दिनों चले इलाज के दौरान उसने आखिरी सांस ली। उसके निधन से क्षेत्र के लोगों में काफी निराशा छा गई।
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