शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष (पीसीसी चीफ) जीतू पटवारी के निशाने पर स्वास्थ्य महकमा है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जीतू पटवारी ने सवाल उठाए है। शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को लेकर निशाना साधते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आंकड़ों के साथ सोशल मीडिया X पर सवाल उठाए हैं। जीतू पटवारी ने देशभर में सबसे ज्यादा शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर एमपी में होने के आरोप लगाए है। एमपी में डॉक्टर की कमी का भी हवाला दिया है।

जीतू पटवारी ने X पर लिखा- बीमार स्वास्थ्य सेवाओं की कुपोषित पटरियों पर दौड़ रहे लाइलाज ‘डबल-इंजन’ ने सिर्फ एम्स ही नहीं, शेष #मध्यप्रदेश के हेल्थ सिस्टम को भी असाध्य रोग का शिकार बना दिया है! जुलाई 2024 में मप्र उच्च न्यायालय में दाखिल जनहित याचिका में बताया जा चुका है ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति बहुत चिंताजनक है!

महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति चिंताजनक

  • शिशु मृत्यु दर : भारत में जहां शिशु मृत्यु दर 32 प्रति 1000 है, वहीं मप्र में यह 48 प्रति 1000 है!
  • मातृ मृत्यु दर : राष्ट्रीय स्तर पर मातृ मृत्यु दर 113 प्रति एक लाख है, जबकि मप्र में यह 173 प्रति लाख है!
  • गर्भवती महिलाएं : सिर्फ 55% ग्रामीण महिलाओं को ही प्रसव पूर्व चार बार जांच की सुविधा मिल पाती है!
  • आयरन फोलिक एसिड : केवल 30% महिलाओं को ही प्रसव के समय आयरन फोलिक एसिड दिया जाता है, बाकी 70% महिलाएं वंचित रह जाती हैं!
  • खून की कमी : मप्र में 58% से अधिक महिलाएं एनीमिया (खून की कमी) से ग्रस्त हैं!

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