प्रहलाद सेन, ग्वालियर। मध्यप्रदेश में भारत की प्राचीन आयुर्वेद विज्ञान में रुचि रखने विद्यार्थियों के लिये अच्छी खबर है. प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश पर सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय और एसोसिएशन ऑफ आयुर्वेदिक अकादमी(एएए) लंदन के बीच समझौता हुआ. ऑनलाइन हुए इस एमओयू पर जेयू की ओर से कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने और आयुर्वेदिक अकादमी लंदन की ओर से निदेशक प्रो. वीएन जोशी व कार्यकारी निदेशक प्रो. सुरेश स्वर्णपुरी ने हस्ताक्षर किए.
अब संयुक्त सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स ओपन किए जाएंगे
एमओयू के अनुसार जेयू और एएए के बीच अब संयुक्त सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स ओपन किए जाएंगे. साथ ही दोनों ही संस्थानों के बीच शिक्षण गतिविधियों में भागीदारी भी होगी. दोनों ही संस्थान संयुक्त रूप से अनुसंधान कार्यक्रमों पर फोकस करेंगे. इसके अलावा संयुक्त रूप से वर्कशॉप व स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम भी शुरू किए जाएंगे.
दोनों संस्थानों के बीच संयुक्त शिक्षण
एमओयू पर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ. सुशील मंडेरिया ने दोनों संस्थानों के बीच संयुक्त शिक्षण व आरएंडडी गतिविधियों को संचालित करने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया.
फेकल्टीज ऑनलाइन मौजूद रहे
एमओयू कार्यक्रम में कुलाधिसचिव प्रो. उमेश होलानी, कार्यकारी कुलसचिव डॉ. आईके मंसूरी, हेल्थ सेंटर कोऑर्डिनेटर प्रो. जीबीकेएस प्रसाद, डीसीडीसी डॉ. केशव सिंह गुर्जर सहित डॉ. केके सिजोरिया और डॉ. मीनाक्षी पाल, डॉ. साधना श्रीवास्तव और प्रो. एसके गुप्ता सहित अन्य फेकल्टीज ऑनलाइन मौजूद रहे.
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