भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में बढ़ते अपराधिक घटनाओं और माफिया राज पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने ट्वीट कर सीएम शिवराज सिंह हमला बोला है. कमलनाथ ने कहा कि सीएम के गृह जिले विदिशा में दलित सरपंच की हत्या को प्रदेश में माफियाओं का कहर और आतंक राज निरुपित किया है. इसी तरह उन्होंने छतरपुर में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष और करणी सेना के जिला अध्यक्ष की हत्या पर राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं.

कमलनाथ बोले- निर्दोष लोगों पर हो रहे हमले

कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज जी, आपके गृह जिले विदिशा के लटेरी ब्लॉक की मुरवास पंचायत के दलित सरपंच पति की वन माफियाओं ने निर्मम हत्या कर दी. प्रदेश में माफियाओं का कहर, आतंक बदस्तूर जारी है. छतरपुर में हमारे ब्लॉक अध्यक्ष की हत्या, रायसेन में करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या. विदिशा की यह घटना बता रही है कि माफिया, अपराधी तत्व ना जमीन में गड़ रहे है. ना टंग रहे है. ना लटक रहे हैं बल्कि निर्दोष लोगों पर, सुरक्षा कर्मियों पर हमले कर उन्हें रोज़ लटका रहे हैं, टांग रहे है ?

पीड़ित परिवार को मिले इंसाफ- कमलनाथ

उन्होंने कहा कि ये आपके जुमले कब हकीकत में बदलेंगे. कब माफिया प्रदेश छोड़ कर भागेंगे ? मुंह चलाना बड़ा आसान है. सरकार चलाने और मुंह चलाने में बड़ा अंतर है. हमने अपनी सरकार में माफियाओं, अपराधी तत्वों का प्रदेश में आतंक समाप्त किया था. उन्हें नेस्तनाबूद किया था. इस घटना के दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो. पीड़ित परिवार को इंसाफ मिले.

सीएम को नहीं जनता की चिंता- दिग्विजय

इधर कांग्रेस नेता दिग्वजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को जनता की फिक्र नहीं है. मैंने फोन लगाया, तो उन्हें मुझसे बात करने की फुर्सत नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह घुवारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इंद्रप्रताप सिंह की हत्या के बाद परिजनों को ढांढस बंधाने उनके गृह ग्राम पठिया पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने कहा कि आरोपी खरगापुर के अस्पताल में इलाज करा रहा है, जबकि उसे मामूली सा दर्द होने पर डॅाक्टर ने दवा लिखकर रवाना कर दिया. पुलिस को जानकारी होने के बाबजूद आरोपी को नहीं पकड़ पा रही है.

हत्या की आशंका 

पत्रकारों को उन्होंने बताया कि मैंने एसपी सचिन शर्मा से बात की है. इंद्रप्रताप सिंह और दलित परिवार दोनों को सुरक्षा प्रदान की जाए. इसके बाद भी दोनों परिवारों के साथ कुछ होता है, तो वह मेरा दुश्मन होगा. उन्होंने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि भगवत सिंह की हत्या के बाद इन्द्रप्रताप ने पुलिस को आवेदन देकर अपनी हत्या की आशंका जाहिर की थी. मगर पुलिस ने ध्यान नहीं दिया और उसकी भी हत्या कर दी गई. उन्होंने पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा को मौके पर बुलाकर घटनाक्रम व अपराधियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी ली.

इसे भी पढ़ें- थाने में लगे पूर्व विधायक के खिलाफ नारे, महिलाओं के साथ पुलिस ने की अभद्रता