मनीष मारू, आगर मालवा। जिले में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कोरोना सस्पेक्टेड मरीजों का इलाज करने की खबरें प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उनके इलाज पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध को अनुचित बताते हुए आगर विधायक विपिन वानखेड़े ने झोलाछाप डॉक्टरों का समर्थन किया है. उन्होंने कलेक्टर अवधेश शर्मा के नाम एक पत्र लिखकर इलाज करने की अनुमति दी जाने की मांग की है. उन्होंने लिखा कि झोलाछाप डॉक्टरों को कोरोना से संबंधित इलाज करने की ट्रेनिंग दी जाए और ग्रामीण क्षेत्र में उनके इलाज करने की समय सीमा तय कर उन्हें इलाज की छूट दी जाए.
बता दें कि कुछ दिन पहले जिले की सुसनेर तहसील के ग्राम धानियाखेड़ी में एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा संतरे के बगीचे में मरीजों को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी. जिसके बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था. इसके कुछ दिनों बाद आगर जिला मुख्यालय पर मालीखेड़ी रोड स्थित स्कूल के अंदर एक झोलाछाप डॉक्टर नासिर खान उर्फ नासिर लाला करीब दो दर्जन लोगों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहा था जो कि कोरोना सस्पेक्टेड थे.
विधायक ने पत्र में लिखा कि झोलाछाप डॉक्टरों को प्रतिबंधित करने की जगह उनको कोरोना संक्रमण के इलाज की ट्रेनिंग दी जाना चाहिए. साथ ही कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए प्राथमिक दवाइयां भी झोलाछाप डॉक्टरों को उपलब्ध कराना चाहिए. झोलाछाप डॉक्टर के साथ पटवारी, पंचायत सचिव या अन्य सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाना चाहिए. सरकारी कर्मचारियों के साथ झोलाछाप डॉक्टरों की गांवों में उपलब्ध होने की समय सीमा सुनिश्चित करनी चाहिए.
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झोलाछाप डॉक्टर पर ग्रामीण जनता का अतिविश्वास है और आप भी जानते हैं कि कोरोना से लडऩे के लिए मरीज में आत्मविश्वास होना अति आवश्यक है. इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि झोलाछाप डॉक्टरों को प्रतिबंधित करने की जगह दिशा-निर्देश एवं ट्रेनिंग देकर उनका उपयोग स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में किया जाए. जितना भय कोरोना से है, उससे ज्यादा भय जनता में झोलाछाप डॉक्टरों के प्रतिबंधित होने से बना हुआ है. ग्रामीण जन उपचार के अभाव में घुटन महसूस कर रहे हैं.