सुधीर दंडोतिया, भोपाल। राजधानी के बहुचर्चित ‘लव जिहाद कांड’ की जांच के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की टीम भोपाल पहुंची। टीम इस मामले में दो दिन तक तमाम पहलू पर जांच करेगी। इसे लेकर मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने बड़ा बयान दिया। साथ ही इस केस के कथित मास्टरमाइंड शारिक मछली का भी जिक्र किया। 

ब्लैकमेल कर इस्लाम में धर्मान्तरित करने का दबाव बनाया जा रहा था

प्रियंक कानूनगो ने कहा, “हमें शिकायत मिली थी कि भोपाल में रैगिंग के नाम पर, भय बनाकर हिंदू लड़कियों को लक्षित करके सेक्सुअली अब्यूज किया जा रहा था। उनकी वीडियोग्राफी किया जा रहा था और नशे का सामान दिया जा रहा था। वीडियोग्राफी के आधार पर ब्लैकमेल कर इस्लाम में धर्मान्तरित करने का दबाव बनाया जा रहा था।”

ड्राइवर का बेटा कर रहा था 3 लाख की बाइक का उपयोग

उन्होंने आगे कहा कि “इस मामले में अब तक 7-8 बच्चियां सामने आई हैं। लेकिन अंदेशा हैं कि विक्टिम का आंकड़ा 2 दर्जन तक बढ़ सकता है। कोई सजग नागरिक इस संबंध में कोई जानकारी देना चाहता है तो वह सामने आ सकता है। यह समझ में आता है कि पुलिस की जांच की दिशा में थोड़े सुधार अपेक्षित हैं। जैसे लड़कियों को इन्फ़्लुएंस करने के लिए अपराधियों ने महंगे बाइक का इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि एक युवक ड्राइवर का बेटा था, वह 3 लाख की बाइक का उपयोग कर रहा था। अगर यह कैश में ट्रांजेक्शन हैं तो क्या यह हवाला का पैसा था? पुलिस से बातचीत में इसका पता चलेगा। मनी ट्रेल के बारे में पता नहीं चला है।’ 

क्लब 90 जैसे अड्डे खुलने से रोकना चाहिए

उन्होंने आगे कहा, “सरकार कोक्लब 90 जैसे अड्डे खुलने से रोकना चाहिए। यह पता चला है कि सरकार ने ही यह व्यवस्था बनाई थी। एक तरफ तालाब है, एक तरफ कॉलेज है। एक तरफ नशाखोरी का अड्डा है। सरकार को रेवेन्यू मिल रहा है। रेवेन्यू नाम मात्र का मिल रहा और उसे कंट्रोल कोई और कर रहा है। कोई शारिक मछली नाम का शख्स इसे कंट्रोल कर रहा था, ऐसा किसी ने बताया। इन सभी मुद्दों पर जांच होगी। एक-दो दिन में तस्वीर साफ होगी।”

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