उज्जैन। जिले के माधव नगर कोविड अस्पताल में मरीजों को बहुत परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है. यहां मरीजों को ओपीडी में ही भर्ती कर फर्श लेटा दिया गया. वहीं उन्हें ऑक्सीजन भी लगा दिया गया. ऐसे एक दो नहीं बल्कि 6 मरीज हैं.

दरअसल मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के माधव नगर कोविड अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं बची है. यहां एक मरीज को कुर्सी पर तो बाकी चार को फर्श पर लेटा कर ही इलाज किया जा रहा है. ये वही अस्पताल है, जिसका बीते सोमवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने निरीक्षण किया था. यहां मंत्री ने अस्पताल में सभी सुविधाएं होने के दावे किए थे. हालांकि इस मामले में डॉक्टर ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. इसी अस्पताल में कुछ दिनों पहले आक्सीजन की कमी के चलते कई मरीजों की मौत हो गई थी. साथ ही अस्पताल पर लापरवाही का आरोप भी लगा था.

प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है. उज्जैन में ही 317 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. वहीं जानकरी के मुताबिक 2 दिन में 84 संदिग्ध लाशें बिना शासकीय रिकॉर्ड के श्मशानों में जलाई गई. इसके बावजूद भी जिम्मेदार लाख दावे कर रहे हैं कि अस्पतालों में न तो बेड और न ही ऑक्सीजन की कमी होने दी जाएगी.

यहां माधव नगर अस्पताल की हकीकत कुछ और ही है. कोरोना के सभी वार्ड ओवर फुल हो चुके हैं. मंजर यह है कि अस्पतालों में कहीं भी मरीजों के बैठने तक की जगह नहीं है. ओपीडी में 6 मरीजों को भर्ती किया गया. जबकि माधव नगर अस्पताल में पहले से ही 135 मरीज भर्ती हैं.

सीएम खुद किए थे शुभारंभ
शहर का ये वहीं अस्पताल है जिसके कोविड सेंटर आईसीयू वार्ड का सीएम शिवराज ने खुद शुभारंभ किए थे. वहीं उच्च शिक्षा मंत्री भी औचक निरीक्षण कर चुके हैं. अस्पताल के ओपीडी में भी जगह नहीं बची है. माधव नगर अस्पताल में भी रोजाना ओपीडी में करीब 2 सौ मरीज सर्दी खासी के आ रहे हैं. ऐसे में कुछ कोरोना संक्रमित भी होते हैं और कुछ नहीं.

इसके पहले भी लापरवाही का आरोप
बता दें कि यह उज्जैन का वहीं अस्पताल है, जहां बीते बुधवार की रात ऑक्सीजन की कमी के चलते 5 मरीजों ने दम तोड़ दिया था. इसमें बीजेपी मंडल अध्यक्ष जितेंद्र शेरे भी शामिल थे. जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर अस्पताल में हंगामा किया था. इस दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई थी. परिजनों के हंगामे पर अधिकारी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था. जिसके बाद लोगों ने लात मारकर दरवाजा तोड़ दिया था.