समीर शेख, बड़वानी। नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर ने कोरोना संक्रमण काल में आयुष्मान कार्डधारियों को उपचार नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात की और कहा कि कोरोना संक्रमित गरीब मरीजों को भी आयुष्मान कार्ड में उपचार की सुविधा मिले.
शहर के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर आशाग्राम के निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा से नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने मुलाकात की. उन्होंने कहा कि बड़वानी जिले में आयुष्मान कार्डधारियों को भटकना पड़ रहा है, उन्हें भर्ती तो कर लिया जाता है, मगर उपचार के दौरान मेडिसिन बाजार से बुलवाई जा रही है. जिससे गरीब का बैंक बैलेंस जीरो हो रहा है. हजारों रुपए की दवाइयां बाहर से बुलाई जा रही है ऐसे में आयुष्मान का उन्हें लाभ ही नहीं मिल रहा है.
10 निजी हॉस्पिटलों में आयुष्मान योजना का लाभ
कलेक्टर ने बताया की फिलहाल कोविड सेंटर आशाग्राम में 27 पेशेंट है जो कार्डधारी और उन्हें आयुष्मान का लाभ दिया जा रहा है. बताया की जिले में 2 शासकीय हॉस्पिटल सहित 10 निजी हॉस्पिटलों में आयुष्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दवाई के साथ 5 हजार की जांच भी नि:शुल्क है और अगर कोई पैसे का लेनदेन करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.
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तत्काल कार्ड बनवा कर दिया जाएगा
कलेक्टर ने उन लोगों को भी आश्वस्त किया है जिनका कार्ड है लेकिन वो साथ ले नहीं आ पाए है. उनका भी तत्काल कार्ड बनवा कर दिया जाएगा. इसके लिए बीएलओ की नियुक्ति हर जगह कर दी गई है. कलेक्टर ने मेधा पाटकर के आरोप को लेकर उनसे चर्चा की. उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि इस प्रकार से कोई भी सूचना मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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