रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा पुलिस ने 11 महीने पहले गायब हुई नाबालिग किशोरी को राजस्थान से बरामद किया है. इस मामले मे पुलिस ने मानव तस्करी से जुड़े तीन सदस्यों को पकड़ा है. जो कि दमोह और सतना के रहने वाले हैं. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

बता दें कि यह मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है. बताया जा रहा है 25 नवंबर 2023 को शिकायत दर्ज कराया गया था कि 15 वर्षीय बेटी लापता हो गई है. वह पड़ोस में जाने के लिए घर से निकली थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 10 हजार के इनाम की घोषणा किया. 5 अगस्त 2024 को सतना के रहने वाले रविंद्र कोरी से पूछताछ की गई और उसने सारी सच्चाई बताई.

बहला-फुसलाकर ले गया था सूरत

रविंद्र कोरी ने बताया कि वह नाबालिग को अपने साथ बहला-फुसलाकर रीवा से सूरत ले गया था. जहां वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. जिसके चलते वहां पर उसके परिचित के कुछ लोग थे. फिर उसकी मुलाकात फतेहपुर के रहने वाले कल्लू सिंह और उसकी पत्नि से हुई. तीनों ने मिलकर नाबालिग को बेचने की प्लानिंग तैयार की. मास्टरमाइंड रविन्द्र नाबालिग का भाई बना कल्लू सिंह और उसकी पत्नी नाबालिग के माता पिता बन गए.

नाबालिग का 3 लाख रुपए में सौदा

तीनों लोग नाबालिग को लेकर राजिस्थान के जालौर जिले में पहुंचे वहां पर रहने वाले उत्तम सिंह से नाबालिग का 3 लाख रुपए में सौदा किया. नाबालिग को 3 लाख में बेचने के बाद उन्होंने उसकी शादी उत्तम से सिंह से करवाई और रकम लेकर वह वापस लौट आए. राविंद्र वापस सतना लौट आया और कल्लू सिंह औऱ उसकी पत्नि मीरा देवी दमोह लौट आए.

पुलिस ने ऐस नाबालिग को किया बरामद

मास्टरमाइंड के निशानदेही पर पुलिस राजस्थान के रवाना हुई. इधर, पुलिस की भनक लगते ही उत्तम सिंह और उसका परिवार के लोग फरार हो गए. इसके बाद पुलिस ने जालौर से नाबालिग को बरामद किया और रीवा लेकर आई. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने कल्लू सिंह और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि उत्तम सिंह और उसका चाचा गणपत सिंह अभी भी फरार हैं. जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m