कुमार इंदर, जबलपुर। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र जबलपुर पहुंचे। पराली जलाने को लेकर जिला प्रशासन और मप्र हाइकोर्ट बार एसोसिएशन के आदेश के खिलाफ पलटवार किया। राष्ट्रीय महामंत्री ने आदेशों को किसानों के खिलाफ साजिश बताया है।

विदेशी नागरिक और दिल्ली के व्यापारी इंदौर में आमने-सामनेः NRI भूख हड़ताल पर, मारपीट, किडनैपिंग और फैक्ट्री हड़पने का आरोप

उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रदूषण उद्योगों और वाहनों से होता है। खेतों में पराली जलाने से महज 7 प्रतिशत प्रदूषण होता है जो कुछ ही समय में छंट जाता है। क्या जिला प्रशासन और हाइकोर्ट बार एसोसिएशन उद्योगों के खिलाफ भी ऐसे ही आदेश जारी करेगा। कई सालों से कृषि वैज्ञानिक पराली जलाने की सलाह देते रहे हैं। किसानों को बताया गया कि पराली जलाने से खेत का कचरा और फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीट मर जाते हैं, जिससे अगली फसल बहुत बेहतर होती है। किसानों को केमिकल वाली खाद उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया और अब जैविक खेती करने की सलाह दी जा रही है। भारतीय किसान संघ ने जल्द ही इस मुद्दे पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

‘धीरेंद्र शास्त्री को खरोंच भी आई तो…’ मोबाइल फेंकने पर भड़का हिंदू संगठन, जानिए किसे बताया जिम्मेदार?

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m