सुशील खरे रतलाम। जिले के एक सिविल अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. अस्पताल के बाहर उपचार के अभाव और डॉक्टरों के इंतजार में एक वृद्ध व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. बेटे की गोद पर कार में ही पिता ने दम तोड़ दिया. इस ह्दय विदारक घटना के बाद बेटा वहीं पर रोता और बिलखता रहा.पर बेरहम व्यवस्था ने उसकी सुध नहीं ली.

व्यवस्था में सुधार के लिए कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड को हटा दिया गया

बता दे कि विधायक डॉ राजेन्द्र पांडेय की नाराजगी के बाद व्यवस्था में सुधार के लिए कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड को हटा दिया गया था. कलेक्टर के बदलने के बाद भी जिले की स्वास्थ्य सुविधा एवं व्यवस्था में कोई भी सुधार नहीं हुआ है. विधायक के गृह विधान सभा क्षेत्र जावरा में अब भी वही हाल है. जहां कार से पहुंचा एक बीमार वृद्ध करीब डेढ़ घंटे सिविल हॉस्पिटल के गेट पर इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. इस वृद्ध को इलाज के लिए उसका बेटा ही लेकर आया था. हॉस्पिटल में किसी ने उनको अंदर नहीं लिया. परिजन वृद्ध के शव को अपने साथ वापस गांव ले गए.

घटना जावरा के सिविल हॉस्पिटल में ओपीडी कक्ष के बाहर की

यह घटना शनिवार की दोपहर में जावरा के सिविल हॉस्पिटल में ओपीडी कक्ष के बाहर की है. ग्राम हरियाखेड़ा के निवासी 70 वर्षीय ओंकारलाल पाटीदार की तबीयत खराब होने पर उनका बेटा और अन्य परिजन कार से इलाज के लिए जावरा हॉस्पिटल लेकर आए थे. हॉस्पिटल में ओपीडी कक्ष के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक ये लोग कार में ही वृद्ध को लेकर बैठे रहे. इनके बैठने की वजह थी वृद्ध को इलाज के लिए हॉस्पिटल में कोई अंदर नहीं ले रहा था. परिजनों ने वार्ड बाय से लेकर कई कर्मचारियों को कहा लेकिन किसी ने भी सुनवाई नहीं की. नतीजा यह हुआ कि कार में बेटा अपनी गोद में लेकर वृद्ध पिता को लेकर डॉक्टर का इंतजार ही करता रह गया और उसके पिता ने दम तोड़ दिया.

परिजन शव को लेकर गांव रवाना हो गए

वृद्ध के दम तोडऩे के बाद आक्रोशित हुए परिजनों ने काफी देर तक हॉस्पिटल में शोर शराबा मचाया. पुलिस भी आई और परिजनों को शांत कराया. वृद्ध को सांस लेने में दिक्कत थी और ऑक्सीजन लेवल काफी कम बताया जा रहा था। पुलिस शव को कब्जे में लेकर कोरोना प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार करना चाहती थी, लेकिन पुलिस कुछ करती उसके पहले ही परिजन शव को लेकर गांव रवाना हो गए.

हॉस्पिटल में सुविधा बढ़ाई जा रही
दीपक पालडिय़ा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर जावरा ने कहा कि हॉस्पिटल के अधिकारियों का कहना है कि मरीज काफी सीरियस था. उसे डॉक्टरों ने देखा भी, लेकिन उसकी डेथ हो गई. हॉस्पिटल में सुविधा बढ़ाई जा रही है. यहां जावरा सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में मरीज आ रहे है.