कटनी। मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण भयावह स्थिति में पहुंच गया है. रोज किसी न किसी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है. वहीं मौत के बाद डॉक्टरों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा का सिलसिला भी थम नहीं रहा है. आए दिन अस्पताल में परिजनों द्वारा हंगामा की खबरें भी आ रही है. इसी कड़ी में यहां के जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने लगभग एक घंटे तक हंगामा मचाया. अस्पताल स्टॉफ और पुलिस की समझाइश के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ.
मरीज भागवत दीन का कोविड सस्पेक्टेड होने से 27 अप्रेल से इलाज चल रहा था
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज भागवत दीन का कोविड सस्पेक्टेड होने से 27 अप्रेल से इलाज चल रहा था. सस्पेक्टेड होने के चलते उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगाया गया, इसी बीच मरीज की तबीयत ज्यादा खराब हुई और मौत हो गई. मरीज की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में जमकर हंगामा कर दिया.
मरीज के परिजनों द्वारा करीब 1 घंटे तक हंगामा किया गया. चिल्ला चिल्ला कर कहा गया कि समय पर डॉक्टर इलाज कर देते तो वे आज जीवित होते. परिजनों ने मौके पर पहुंची पुलिस पर आरोप लगाया.
चौकी और कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों और मृतक की पत्नी को समझाया
डॉक्टर आशीष पांडे ने बताया कि वे कैजुअल्टी में काम कर रहे थे, तभी स्टाफ नर्स ने बताया गया कि गंभीर मरीज की मौत हो गई और परिजनों द्वारा स्टाफ नर्स के साथ मारपीट की जा रही है. मौके पर पहुंचकर देखा तो परिजन स्टाफ के साथ मारपीट कर रहे थे. बीच-बचाव कर सूचना पुलिस चौकी को दी गई. वहां पर अस्पताल चौकी और कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों और मृतक की पत्नी को समझाया. नर्स ने कहा है कि वह इसकी शिकायत कोतवाली थाने में करेगी.
वहां ऐसा कुछ घटनाक्रम हुआ होगा जो स्पष्ट नहीं
हंगामे के दौरान वार्ड में भर्ती अन्य मरीज भी डरे सहमे नजर आए. वीडियो में जिस प्रकार से युवक चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है कि डॉक्टर समय पर आ जाते तो मरीज की जान बच जाती. इससे साफ तौर पर समझ में आता है कि वहां ऐसा कुछ घटनाक्रम हुआ होगा जो स्पष्ट नहीं है.