
संदीप शर्मा, विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा पुलिस ने एक शातिर वाहन चोर गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 22 और 23 जनवरी की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग क्षेत्र से दो स्कॉर्पियो वाहन चोरी हुए थे। वाहनों की चोरी होने के साथ ही पुलिस ने उन्हें ट्रेस करना शुरू कर दिया था। लगातार सर्चिंग और एक महीने की मशक्कत के बाद पुलिस ने राजस्थान के ग्राम सांचौर से दो आरोपियों रूपाराम उर्फ पप्पू पुत्र मानाराम विश्नोई और रमेश कुमार पुत्र प्रभुराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया है। उनके पास से चोरी गई दोनों स्कॉर्पियो वाहन भी जब्त किए गए।
कुछ ही मिनट में स्कॉर्पियो को था चुराया
एसपी ने बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह था। उनके साथ 8 से 10 लोगों की टीम है। पांच लोग विदिशा में चोरी करने आए थे। उस समय भी उनके पास तेज रफ्तार वाहन क्रिएटा थी। उन्होंने अचानक वाहन को सुनसान इलाके में खड़ा देखा और आधुनिक तकनीक से लैस हो कर कुछ ही मिनट में स्कॉर्पियो को चुरा लिया। इसी प्रकार से दूसरी चोरी भी विदिशा में की गई। एसपी ने बताया कि चोर गिरोह का नेटवर्क राजस्थान के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु तक फैला हुआ था। यह गिरोह तेज रफ्तार में चलने वाले वाहन ही चुराते थे। चुराने के बाद नंबर प्लेट के अलावा इंजन नंबर, चेचिस नंबर भी मिटा देते थे, इन गाड़ियों को बेचने और उसके बाद उनका इस्तेमाल अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के लिए ही किया जाता था।
आरोपियों पर दर्जनों मामले पहले से है दर्ज
पकड़े गए आरोपियों और उनके अन्य साथियों पर देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। इस घटना से पहले सीहोर में भी एक वाहन चोरी होने की घटना सामने आई थी। उसमें भी इन्हीं आरोपियों और गैंग का हाथ था। पुलिस अधीक्षक ने अपनी टीम के सभी सदस्यों की तारीफ करते हुए इनाम की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 100 टोल नाकों के 630 सीसीटीवी कैमरा के फुटेज देखे हैं। वहीं ढाई सौ से ज्यादा होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा आदि पर भी जांच पड़ताल की है। कुल तीन टीम इस काम के लिए बनाई गई थी। जिनमें एक टीम राजस्थान दूसरी टीम महाराष्ट्र गई थी। तीसरी टीम टेक्निकल तौर पर साक्ष्य जुटाने में लगी थी। 10000 से ज्यादा मोबाइल के डाटा भी सर्च किए गए थे, तब जाकर आरोपी पुलिस के हाथ लगे।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें