भोपाल। देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा दिया है। कोरोना की इस लहर में प्रदेश में ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवाईओं और बेड की कमी से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई। इस पर नियंत्रण पाने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर देश को आगाह किया है। इस तीसरी लहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कोरोना की कोर ग्रुप की बैठक ली। बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना की तीसरी लहर की चुनौतियों से निपटने और प्रदेश में तैयारियों के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
तीसरी लहर से निपटने विशेषज्ञों की समिति बनाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के लिए एक विशेषज्ञों की समिति बनाई जाए, जो यह अध्ययन करेगी कि प्रदेश में इसकी क्या संभावना है तथा इसके लिए क्या-क्या तैयारियां एवं व्यवस्थाएं की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना को अधिक से अधिक मजबूत बनाया जाए। मध्यप्रदेश में रेमडीसिविर उत्पादन के भी प्रयास किए जाएं। हर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लग जाएं, ऐसे प्रयास करें। निज़ी उद्यमियों को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रेरित करें, इसके लिए सरकार अनुदान दे रही है।