भोपाल, सदफ हामिद। कोरोनाकाल में ट्यूशन फीस ही वसूलने और स्कूल नहीं खोलने को लेकर मध्यप्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्राइवेट स्कूल संचालकों ने 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. मध्यप्रदेश बोर्ड ऑफ डारेक्टर प्राइवेट स्कूल संगठन के प्रदेश सचिव शैलेश तिवारी ने सरकार के सामने प्राइवेट स्कूलों की 9 सूत्रीय मांगे रखीं. मांगे नहीं माने जाने तक पेन डाउन किया. उनका कहना है कि इस दौरान कोई भी शासकीय काम नहीं किया जाएगा. ऑफिस बंद रहेंगे.
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12 जुलाई से ऑनलाइन क्लासेस बंद
सरकार के फैसले के बाद प्राइवेट स्कूल लामबंद हो गए हैं. मध्यप्रदेश बोर्ड ऑफ डारेक्टर प्राइवेट स्कूल संगठन ने भी 12 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए ऑफलाइन/ ऑनलाइन क्लासेस पूर्ण रूप से बंद करने की बात कही है.
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प्राइवेट स्कूल की ये हैं मुख्य मांगें
- प्राइवेट स्कूलों को राहत पैकेज देने की मुख्य मांग. जिससे बिजली बिल, भवन किराया टैक्स, बैंको की ईएमआई, टीचर्स की ऑनलाइन पेमेंट किया जा सके. इससे अभिभावकों को भी राहत मिलेगी. ट्यूशन फीस भी नहीं ली जाएगी.
- सरकार एस ओ पी कोविड गाइडललाइन के मुताबिक हर जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की मदद से टाइम टेबल निर्धारित कर प्राइमरी मिडिल और हाई हायर स्कूल खोलें.
- पिछले साल 2019-20 एंव 2020-21 की आर टी ई की पेमेंट अविलंब अन्य राज्यों की तुलना करते हुए उनके समक्ष वित्तीय वर्ष अनुसार प्रदान करें.
- प्रत्येक स्कूल प्रवेश में टीसी अनिवार्य करें.
- कोविड काल के दौरान 15 महीनों के सभी सरकारी टैक्स माफ किए जाएं.
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