शुभम जायसवाल, राजगढ। पुलिस का काम कानून व्यवस्था संभालना और जनता की रक्षा करना होता है। लेकिन जब न्याय की गुहार लगाने वालों को आश्वासन के बजाय फटकार मिले तो फिर ऐसे अफसरों पर कार्रवाई जरूरी हो जाती है। दरअसल, राजगढ़ में एक टीआई की बदतमीजी का कथित ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें वह शिकायत करने आए फरियादी से बदतमीजी कर उसे बाहर निकालने की बात कहने लगा। हालांकि, लल्लूराम डॉट कॉम वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।

तलाक के समझौता के लिए बिचौलिए को दिए लाखों रुपए

पूरा मामला ब्यावरा थाना क्षेत्र का है। दरअसल, फरियादी प्रतीक पुष्पद के अनुसार साल 2011 में राघौगढ़ की युवती से हुई थी। पारिवारिक विवाद के बाद पत्नी ने उसके खिलाफ घरेलू विवाद का मामला दर्ज करा दिया। इस दौरान विक्की मंगल और नीरज मंगल ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का वादा किया। उसने बिचौलिये व्यापारी को 15 तोला सोना और 5 लाख रुपए दे दिए। लेकिन उसने न तो तलाक का समझौता कराया और न ही रकम लौटाई। साथ ही जान से मारने की धमकी देने लगा।

न्याय मांगने पहुंचा तो टीआई ने की अभद्रता

पीडित युवक न्याय ने बताया कि उसने मई 2025 में  थाने में शिकायत दी, लेकिन सप्ताह भर में भी कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर 30 मई को राजगढ़ एसपी कार्यालय पहुंचा और उप पुलिस अधिकाक के कहने पर दोबारा थाने पहुंचा। लेकिन थाना प्रभारी वीरेंद्र धाकड़ ने उसे डांटकर भगा दिया और अभद्रता की।

डांटकर थाने से भगाया बाहर

वायरल ऑडियो में सुना गया कि टीआई ने कथित तौर पर पीड़ित से कहा, “बार-बार चले आते हो। मेरे पास टाइम नहीं है, तुम खुद एफआईआर लिख लो। मेरे से ज्यादा तीन-पांच मत करना। यह मेरा अधिकार क्षेत्र है।” इस दौरान टीआई ने पीड़ित पर भड़कते हुए उसे चल हट यहां से भी कहा और पुलिस कर्मियों से कहकर उसे थाने से बाहर निकलवा दिया।

क्या होगी कार्रवाई?

अब देखना यह होगा कि टीआई की अभद्रता पर अधिकारी उस पर कोई कार्रवाई करते हैं या फिर पीड़ितों को इसी तरह न्याय के बजाय दुत्कार मिलती रहेगी।  

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