कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में चर्चित नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में एसआईटी ने जबलपुर की तीन मेडिकल फर्म को क्लीनचिट दे दिया है. इन मेडिकल फर्मों को नकली रेमडिसिविर इंजेक्शन बेचने के आरोप में पुलिस ने सील कर दिया था.
इस मामले में नकली इंजेक्शन सप्लाई करने वाले आरोपी सपन जैन की भगवती फर्म और उसके रिश्तेदार सत्यम मेडिकल फर्म को भी SIT ने क्लीनचिट दे दी है.
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गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की फैक्ट्री पकड़ाने के मामले में जबलपुर से गिरफ्तार संदीप जैन और उसके रिश्तेदारों की तीन दुकानों को पुलिस ने सील कर दिया है. पुलिस ने शहर के भगवती फार्मा, सत्यम मेडिकल और सत्येंद्र मेडिकल दुकानों को सील कर दिया है. बता दें कि भगवती फार्मा का संचालक सपन जैन है. जिससे सभी सभी दवा दुकानों के तार जुड़े हुए थे.
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ये है मामला
देश के साथ ही मध्य प्रदेश में जब कोरोना अपने पीक पर था उस दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ने के साथ ही किल्लत पैदा हो गई थी. बाजार में डेढ़ से दो हजार रुपयों में मिलने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन 30 से 40 हजार रुपये में बिक रहे थे. इसी दौरान गुजरात के मोरबी में ग्लूकोज और नमक से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाए जाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था. मामले में पुलिस ने फैक्ट्री के संचालक कौशल बोरा और पुनीत शाह को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने एमपी सहित देश भर में 10 हजार नकली इंजेक्शन खपाए थे. आरोपियों से पूछताछ में कई और नामों का खुलासा हुआ था, जिनमें रीवा का रहने वाला सुनील मिश्रा, जबलपुर का सपन जैन शामिल है.
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देखिये वीडियो:
https://youtu.be/9ieFUNseumI
https://youtu.be/QalFq7Yfq4U
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