अनमोल मिश्रा, सतना। मध्य प्रदेश का सतना जिला इन दिनों आय प्रमाण पत्र बनाने को लेकर चर्चा में है। माना जा रहा है कि दुनिया के सबसे गरीब लोग सिर्फ यहीं पर रह रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां किसी की सालाना आय 3 रुपए तो किसी की शून्य रुपए प्रमाणित करने का आय प्रमाण पत्र वायरल होता है। 

3 रुपए सालाना कमाई वाले शख्स का प्रमाण पत्र हुआ था वायरल

बीते दिनों तहसीलदार की मुहर और दस्तखत वाला एक पत्र वायरल हुआ था जिसमें एक किसान की सालाना आय 3 रुपए बताई गई थी। लोग किसान को ‘भारत का सबसे गरीब आदमी’ बताने लगे। इस मामले के तूल पकड़ते ही प्रशासन ने सफाई दी कि यह लिपिकीय यानी क्लर्कियल गलती थी। अधिकारियों ने बताया कि किसान की सही आय के अनुसार नया प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है।

किसान ने दोबारा नहीं दिया कोई आवेदन 

इस बीच पूरे मामले की पड़ताल करने लल्लूराम डॉट कॉम कोठी तहसील के ग्राम नयागांव पहुंचा। जिस रामस्वरूप नामक व्यक्ति का आय प्रमाण पत्र जारी किया गया था, उस शख्स से मुलाकात की। इस दौरान उसने जानकारी देते हुए बताया कि 19 जुलाई 2024 को उसने आवेदन किया था, जिसका उसे आय प्रमाण पत्र मिल चुका है। नए सिरे से उसने न तो किसी तरह का कोई आवेदन दिया और न ही आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए उसे कोई जरूरत आन पड़ी।

तहसीलदार बोले- लिपिकीय गलती

फिलहाल कैसे यह फर्जी तरीके से पूरा आय प्रमाण पत्र बन गया यह तो जांच का विषय है। जब इस मामले को लेकर संबंधित अधिकारी कोठी तहसीलदार सौरभ द्विवेदी से बात की गई तो तो उन्होंने माना कि यह एक लिपिकीय गलती थी। उन्होंने बताया कि जैसे ही यह मामला सामने आया, तत्काल प्रभाव से पुराना आय प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया और नया प्रमाण पत्र जारी किया गया। जिसमें परिवार की वार्षिक आय 30 हजार रुपए दर्ज की गई है।

बता दें कि इसी सतना से अब शून्य रुपए वाला एक आय प्रमाण पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें उचेहरा तहसील के अमदरी गांव के निवासी संदीप कुमार नामदेव पिता रामबहोर नामदेव को आय प्रमाण पत्र जारी हुआ। जिसमें उसकी सालाना आमदनी शून्य रुपये लिखी थी। यहां पढ़ें पूरी खबर

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H