धार। गांव में स्थित भगवान श्रीराम मंदिर का विवाद सुलझाने गए एसडीएम की मौजूदगी में शुक्रवार को दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई. मंदिर के भीतर डंडे, राड और हथियार के साथ आधा सैकड़ा लोग आपस में भिड़ गए. इस हाथापाई और उन्मादी भीड़ के बीच फंसे एसडीएम को सुरक्षा में तैनात सैनिकों ने किसी तरह बाहर निकाला, फिर आपस में भिड़े लोगों को बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. इस मारपीट में दोनों पक्षों के लगभग 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया है.

मामला न्यायालय में विचाराधीन

जानकारी के अनुसार जिले के सरदारपुर तहसील के ग्राम रिंगनोद में मंदिर के पुजारी और ग्रामीणों के बीच गर्भगृह में पूजा को लेकर विवाद चल रहा है. यह मामला न्यायालय में विचाराधीन भी है. मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं को पूजा के लिए प्रवेश नहीं देने के मामले में लंबे समय से विवाद चल रहा है। मंदिर के पुजारी का कहना है कि गर्भगृह में सिर्फ पुजारी को ही पूजा करने का अधिकार है. श्रद्धालु गर्भ गृह में प्रवेश के बिना भी विधि विधान से पूजा कर सकते हैं.

मंदिर के गर्भगृह में पूजा को लेकर विवाद

शुक्रवार को सरदारपुर एसडीएम बीएस कनेश मंदिर से जुड़े विवाद मामले में दोनों पक्षों से बातचीत करने पहुंचे थे. गर्भगृह में पूजा मामले को लेकर चर्चा के दौरान विवाद बढ़ गया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुजारी गर्भगृह में पूजा करने जाने नहीं देता है. वहीं पुजारी का कहना है गर्भगृह में पूजा का अधिकार सिर्फ पुजारी को है. तभी एसडीएम की उपस्थिति में दोनों पक्षों में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि डंडे, राड और चाकू लेकर दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े. इस हाथापाई में 15 से 20 लोग घायल हो गए. इस दौरान वहां एसडीएम के अलावा एसडीओपी, थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनाते थे.

पुजारी की सेवा अस्थाई रूप से समाप्त

एसडीओपी यशस्वी शिंदे ने बताया कि विवाद को देखते हुए वर्तमान पुजारी की सेवा अस्थाई रूप से खत्म कर दी गई है. ग्राम पंचायत को मंदिर संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. तब तक पंचायत द्वारा नए पुजारी की व्यवस्था कर पूजा और दोनों समय की आरती सहित ग्रामीणों को पूजा-अर्चना के लिए जाने देने कहा गया है. मारपीट में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्रवाई की गई है.