अजायरविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के पुलिस लाइन पटेल नगर के पास स्थित सीनियर अनुसूचित जाति बालक छात्रावास में पढ़ाई कर रहे कक्षा 10वीं के 16 वर्षीय छात्र राजा प्रजापति की संदिग्ध मौत ने प्रशासन और छात्रावास व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्राम बोड़री निवासी राजा की अचानक तबीयत बिगड़ने पर हॉस्टल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई।  

READ MORE: नाबालिग छात्रा का अपहरण और गैंगरेप: पार्टी के नाम पर फ्लैट बुलाकर की दरिंदगी, पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार, इसमें एक लड़की भी शामिल

परिजनों ने आरोप लगाया है कि राजा की तबीयत खराब होने के बावजूद उसे समय पर उचित इलाज नहीं मिला। साथी छात्रों का कहना है कि छात्रावास में लंबे समय से स्वास्थ्य और भोजन संबंधी लापरवाहियां बरती जा रही हैं। बताया जाता है कि छात्रावास के अधिकारियों और कर्मचारियों ने राजा की हालत बिगड़ने के बाद भी तुरंत गंभीरता नहीं दिखाई, जिसके कारण इलाज में देरी हुई और अंततः उसकी जान चली गई। परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय पर सही इलाज और देखभाल मिलती, तो शायद राजा की जान बच सकती थी। 

READ MORE: दतिया में नाबालिग से गैंगरेप का मामला: पुलिस ने 5 आरोपियों को दबोचा, मंदिर दर्शन करने गई लड़की को बनाया था हवस का शिकार    

इस मामले में जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त आनंद राय सिन्हा ने बताया कि छात्र को बुखार और सीज़र्स की शिकायत थी। जानकारी मिलते ही उसे उपचार के लिए हर संभव प्रयास किया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक छात्र के बड़े पितारघुराज प्रजापति ने कहा कि हमारे बच्चे को समय पर इलाज नहीं मिला। छात्रावास में लापरवाही बरती गई। अगर शुरू से ध्यान दिया जाता, तो शायद हमारा बच्चा आज जिंदा होता। हम निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H