शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में श्रद्धा और उत्साह के साथ दुर्गोत्सव मनाया गया। देवी दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के पहले बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर खेला उत्सव मनाया। दशहरे के दूसरे दिन राजधानी भोपाल की कालीबाड़ियों में सिंदूर खेला का आयोजन किया गया। साकेत नगर कालीबाड़ी में दुर्गा और काली पूजा की धूम रही। एक दूसरे को शुभ के प्रतीक सिंदूर लगाकर मंगलकामनाएं की।
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बता दें कि सिंदूर खेला रस्म पश्चिम बंगाल में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन से पहले श्रद्धालु निभाते हैं। इस रस्म में विवाहित महिलाएं हाथों में पान के पत्ते लेकर उन्हें मां दुर्गा के गालों से स्पर्श करती हैं। इसके बाद पान के पत्तों में सिंदूर रखकर मां दुर्गा की मांग भरी जाती है। उसके बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उनके सुख समृद्धि और सौभाग्य का मंगल कामना की। इसे सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। इसके अलावा मान्यता यह भी है कि सिंदूर खेला से पति की आयु भी बढ़ती है। यह रस्म मंगलवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी निभाई गई।
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