आरिफ शेख, श्योपुर। leopard from Kuno attacked child: KFG फिल्म में ‘रॉकी’ का एक डायलॉग था जिसमें वह कहता है, ‘दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा मां होती है।’ डायलॉग तो फिल्म में कहा गया है, लेकिन उसे सच साबित कर दिया श्योपुर की एक महिला ने, जो अपने बेटे को बचाने के लिए कूनो नेशनल पार्क के चीता से भी भिड़ गई। खूंखार जानवर ने मासूम पर झपट्टा मार दिया तो मां भी ढाल बन गई। आखिरकार चीता दुम दबाकर वहां से भाग गया।

दरअसल, आज रविवार को कूनो नेशनल पार्क के जंगल से निकलकर विजयपुर क्षेत्र के ऊमरी गांव में घुस गया। जिसने घर के बाहर खेल रहे एक 9 वर्षीय बालक अविनाश धाकड़ पर हमला कर दिया। चीता बच्चे को अपना शिकार बना पाता, उससे पहले ही मासूम की मां चीता से भिड़ गई। काफी संघर्ष करने के बाद महिला चीता के चंगुल से अपने बच्चे को छुड़ाने में कामयाब हो गई।

हालांकि, चीता के हमले में अविनाश गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे ग्वालियर रेफर किया गया है। वहीं, वन अमला ने इस मामले में यह सफाई दी कि हमला चीता ने किया है या तेंदुआ ने यह स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन बच्चे के परिजन और ग्रामीणों ने चीते के हमला करने की बात कही है। 

घायल बालक की मां सुरक्षा धाकड़ ने बताया, “बच्चा बाहर खेल रहा था। तभी एक चीते ने उस पर झपट्टा मार दिया। मैंने बच्चे को काफी देर तक खींचा तो वह भाग गया।”

सुरक्षा धाकड़, घायल बालक की मां

वहीं, कूनो नेशनल पार्क के अगरा वन परिक्षेत्र के वनकर्मी पुष्पेंद्र जगनेरिया ने कहा, “फोन पर चीता या तेंदुए के हमले की सूचना मिली थी। उसी की सूचना के आधार पर हम साथ में आए हैं। दूसरा स्टाफ सर्चिंग पर गया होगा। मुझे जानकारी नहीं है।”

पुष्पेंद्र जगनेरिया वनकर्मी

बता दें कि इस गांव से कूनो नेशनल पार्क का जंगल महज 5 से 6 किलोमीटर दूरी पर है। इस वजह से जंगली जानवर आए दिन गांव तक पहुंच जाते हैं। लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों के बयान से ग्रामीण बेहद नाराज हैं। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H