राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में बने बाढ़ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव ने कलेक्टर-एसपी की छुटिटयां निरस्त कर दी हैं। संभागायुक्त और आईजी भी 30 सितंबर तक अवकाश पर नहीं जा सकेंगे। बाढ़ग्रस्त इलाकों में तुरंत राहत और बचाव के कार्य होंगे। बिगड़े हालातों के बीच जनहानि होने पर पीड़ित परिवारों को तत्काल चार-चार लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि वर्षा का चक्र बदलने के कारण सितंबर माह में जितनी वर्ष होनी चाहिए उससे अधिक हो रही है। अति वर्षा के बाद भी जनजीवन सामान्य रहे, अतः समय रहते आवश्यक सावधानियां बरतते हुए बचाव के कार्य किए जाएं। निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए और आवश्यकता अनुसार उन्हें राहत कैंपों में शिफ्ट किया जाए। जिन रपटों और पुलों पर पानी है वहां तत्काल आवश्यक सावधानी व सतर्कता बढ़ाई जाए। अति वर्षा के प्रभाव से हुई जनहानि और पशु हानि की स्थिति में राहत उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि जहां पर भी लोग बाढ़ के पानी में लोग फंसे हैं उन्हें हेलीकॉप्टर की सहायता से एयरलिफ्ट करने की तत्काल व्यवस्था की जाए।

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