हेमंत शर्मा, इंदौर। भारत और न्यूजीलैंड की जीत के बाद एमपी में जश्न जुलूस पर पथराव की घटना सामने आई है। पथराव के दौरान कई बाइक कर और दुकान लोगों ने आग के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस ने बल प्रयोग कर माहौल शांत कराया। इसी दौरान उपद्र करने वाले 13 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लोगों को चिंहित कर रही है। पुलिस के मुताबिक जीत के जश्न का जुलूस जिस वक्त निकल रहा था उसी दौरान जामा मस्जिद के सामने दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ। जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने माहौल को शांत कराया और घटनास्थल का जायजा लिया।

विवाद जामा मस्जिद से शुरू हुआ

विवाद जमा मस्जिद से शुरू शुरू हुआ और आसपास की गलियों तक पहुंच गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में वर्ग विशेष के लोग मस्जिद से नवाज पढ़कर बहार निकले और पथराव कर दिया। सड़कों पर पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे थे और आसपास खड़े वाहन जले हुए थे। मौके पर इंदौर कलेक्टर अशीष सिंह और ग्रामीण डीआईजी निमिष अग्रवाल पहुंचे और जायजा लिया। इसके साथ ही मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए। लल्लूराम डॉट काम से बात करते हुए कलेक्टर और डीआईजी ने कहा कि किसी भी तरह के भ्रामक संदेशों पर ध्यान ना दे। माहौल पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले की जांच जा रही है।

सोची समझी साजिश थी

पथराव की घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर मौके पर पहुंची और जिन लोगों के घर पथराव हुआ उनसे मुलाकात की। विधायक उषा ठाकुर ने बताया की भारत की जीत का जश्न मना रहे जुलूस पर जिन लोगों ने हमला किया है उन्हें बक्शा नहीं जाएगा। ऐसी घटना को अंजाम देने वालों के सिर आगे नहीं उठने दिये जाएंगे। देशद्रोही है जिन लोगों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। यह पूरी तरह से सोची समझी साजिश थी जिसके तहत पथराव किया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी चर्चा कर इस पूरे मामले में कड़ाई करवाई करने की मांग की है।

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