बालाघाट। जिले के परसवाड़ा थाना क्षेत्र में सनसनीखेज घटना सामने आई है। बेटे द्वारा पत्नी की हत्या किए जाने से उसके माता-पिता इतने व्यथित हो गए कि उन्होंने शनिवार को घर के पास स्थित पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक पूरनलाल ठाकरे एवं माता धनेश्वरी का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है. पीएम के बाद शव रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है.

 जलाशय से एक महिला का शव बरामद

पुलिस के अनुसार 5 मई को परसवाड़ा मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर बडग़ांव मार्ग पर स्थित जटाल जलाशय से एक महिला का शव बरामद किया था. हाथ पैर में पत्थर बांधकर शव फेंका दिया गया था, तत्काल मृतिका की शिनाख्त नहीं हो पाई थी.

पुलिस द्वारा पतासाजी करते काटलबोड़ी निवासी पूरनलाल ठाकरे के घर पहुंची जहां से परिवार के महिला व पुरुष के घर पर ना होने की सूचना मिली थी. पूछताछ पर पूरन से पता चला कि 2 मई को उनका बेटा निकेश ठाकरे और बहू पूनम मोतेगांव निवासी दामाद संजय शरणागत के साथ नागपुर के लिए निकले थे. पुलिस ने उनके बेटे और बहू सहित उनके दामाद की तलाश शुरू की. लामता थाना क्षेत्र के ग्राम मोतेगांव में दामाद संजय शरणागत के यहां लिकेश भी मिल गया.

ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस से पूछताछ में लिकेश ने बहनोई के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या की वारदात को अंजाम देना और शव को जलाशय में फेंकना स्वीकार किया. पुलिस के अनुसार लिकेश ने पूछताछ में बताया कि विगत एक वर्ष पहले पूनम से उसकी मुलाकात नागपुर में हुई थी, जहां दोनों साथ में काम करते थे. दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चला और साथ में रहने लगे. कोरोनाकाल के चलते वे अपने पैतृक गांव का कातलबोडी आ गए. यहां पर दोनों का आपस में और परिवार में रोजाना विवाद होता था. 2 मई को बहनोई संजय के घर जाकर उन्होंने अपनी सारी परेशानी बताई. दोनों ने मामला खत्म करने यह घातक कदम उठाया लिया. पुलिस ने लिकेश और उसके बहनोई संजय शरणागत को गिरफ्तार कर लिया है.

हत्यारा पति और एक रिश्तेदार गिरफ्तार
परसवाड़ा थाना प्रभारी रामसिंह राठौर ने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते युवक ने अपने रिश्तेदार के साथ मिलकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया था. आरोपी पति सहित रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया है. उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा.