कुमार इंदर, जबलपुर। आदिवासी बाहुल्य जिले डिंडोरी की कलेक्टर गांव वालों से मिलने और उनकी समस्या को सुनने के लिए तकरीबन 2 किलोमीटर का रास्ता पैदल चलकर तय किया। कलेक्टर नेहा मारव्या 2 किलोमीटर ऊबड़ खाबड़ और पथरीले रास्ते को पार करते हुए गांव वालों के पास पहुंची। गांव में चौपाल लगाकर न केवल उनकी समस्याएं सुनी बल्कि समस्याओं का समाधान करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर के साथ पूरा प्रशासनिक अमला भी ऐसे ही 2 किलोमीटर पैदल चलकर टांडाटोला गांव तक पहुंचा था।

पुल और स्कूल बनाने की मांग

वन ग्राम गिठौरी पंचायत के टांडा टोला के लोगों ने पहली बार कलेक्टर और अधिकारियों के अमले को देख आश्चर्य चकित रह गए। ग्रामीणों की समस्या सुनने कलेक्टर ने गांव में चौपाल लगा कर वनग्राम के पात्र किसानों को वन अधिकार पट्टे के समंध में चर्चा की साथ ही ग्रामीणों की समस्या भी सुनी। ग्रामीणों ने गांव तक आने जाने के लिए सड़क और नदी पर पुल और स्कूल बनाने की मांग की।

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गांव में पहली बार कलेक्टर आया

कलेक्टर ने सड़क,पुल, स्कूल बनाने के लिए समन्धित अधिकारीयो को निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पहली बार कलेक्टर और जिला प्रशासन के अधिकारियों के आने से गांव में खुशी की लहर है, ग्रामीणों ने कलेक्टर ओर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त कर गांव में दोबारा आने की अपील की है।

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