आकाश श्रीवास्तव, नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक महिला सरपंच ने ₹500 के स्टांप पर अनुबंध कर अपनी ‘सरपंची’ गांव के ही सुरेश नामक ठेकेदार को सौंप दी हैं। यानी यूं कहे एक तरह से बेच दी हैं। संभवत यह देश का पहला ऐसा मामला होगा, जब कोई निर्वाचित महिला सरपंच ने अपने अधिकार इस तरह से एग्रीमेंट कर किसी और को दे दिए हैं। जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर सामने आया है। प्रशासनिक अधिकारी भी सोच में पड़ गए। 

महिला सरपंच ने 500 रुपए के स्टाम्प पर किया अनुबंध  

दरअसल यह पूरा घटनाक्रम नीमच जिले की मनासा तहसील के ग्राम पंचायत दाता का है। जहां की महिला सरपंच कैलाशी बाई के द्वारा सुरेश नामक व्यक्ति से ₹500 के स्टांप पर अनुबंध किया गया। जिसमें महिला सरपंच द्वारा लिखा गया कि मैं ग्राम पंचायत दाता की सरपंच हूं। मैं अपना कार्य करने में असमर्थ हूं। इस कारण अपने सारे दायित्व और कर्तव्य गांव के ही सुरेश गरासिया को सौंपते हुए अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनती हूं। अब पंचायत के सारे काम वे ही करेंगे। इसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी। ये जहां पर भी कहेंगे, वहां पर मैं अपने साइन करूंगी। 

जिला पंचायत सीईओ ने जानें क्या कहा ?

इस पूरे मामले को लेकर नीमच जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव ने सरपंच को धारा 41 के तहत पथ से पृथक करने का नोटिस देने की बात कही। साथ ही सरपंच सचिव से जवाब भी मांगा गया है। जिसके बाद ही आगे की कुछ कार्रवाई की जाएगी। तो कुल मिलाकर इस घटना के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया और सब दूर इस बात की चर्चा होने लगी। 

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