सिवनी। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है. शासन-प्रशासन के तमाम उपाय के बाद भी संक्रमित लोगों को समय पर चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल रही है. कहीं बिस्तर का अभाव, तो कहीं दवाई और ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत है। स्थिति इतनी खराब हो गई कि अब विधायक को भी सिस्टम के खिलाफ और कोविड केयर सेंटर की मांग को लेकर उपवास करना पड़ रहा है. ताजा मामला मध्यप्रदेश के सिवनी जिले का है. बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा ने कोविड सेंटर की मांग को लेकर उपवास शुरू कर दिया है. उन्होंने 4 दिन पहले शासन को पत्र लिखकर कोविड केयर सेंटर की मांग की थी.
पूरे क्षेत्र में बरघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण यहां दूर-दूर गांव के लोग स्वस्थ लाभ लेने आते हैं
बात दें कि सिवनी जिला कोरोना जैसी महामारी के दौर से गुजर रहा है. वहीं बरघाट विधानसभा में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। चारों ओर भय व डर का माहौल बना हुआ है. हर कोई अपने-अपने स्तर से सुरक्षा के उपाय अपना रहा है. कोरोना से संक्रमित होकर न जाने कितने लोग असमय ही काल के गाल में समा गए हैं. महामारी से बरघाट क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आ रहे हैं. बरघाट क्षेत्र 90 से अधिक गांव को आपस में जोड़ता है. पूरे क्षेत्र में बरघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण यहां दूर-दूर गांव के लोग स्वस्थ लाभ लेने आते हैं. अभी वर्तमान में क्षेत्र में रोजाना कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहा है,
उपवास तब तक जारी रहेगा जब तक बरघाट में कोविड केयर सेंटर की शुरुआत नहीं हो जाती
इसके इलाज के लिए मरीजों को जिला अस्पताल जाना पडता है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरघाट में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं है. बरघाट विधानसभा से कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा ने बताया कि बरघाट जैसे छोटे से क्षेत्र में भी इस बीमारी ने रौद्र रूप दिखाया और बहुत सारे लोगों को समय से पहले हमने खो दिया. यदि इस क्षेत्र में सर्व सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर खुल जाए, तो बहुत सारे लोगों की जान अब भी बचाई जा सकती है. बरघाट के साथ साथ सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था की शासन ने कही थी. आज तक कोविड केयर सेंटर शुरू नही किये जाने को लेकर आज से मैंने उपवास शुरू कर दिया है. उपवास तब तक जारी रहेगा जब तक बरघाट में कोविड केयर सेंटर की शुरुआत नहीं हो जाती.