झाबुआ। कोरोना महामारी का सामना कर रहे पश्चिमी मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले से अच्छी खबर सामने आई है. संक्रमण के इस दौर में जहां पूरा देश प्राण दायक ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. वहीं सीमित संसाधनों के साथ झाबुआ जिला अपने जिले में ऑक्सीजन आपूर्ति बनाए रखने के साथ-साथ अन्य 5 जिले अलीराजपुर, बड़वानी, मंदसौर, नीमच और रतलाम को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है. पिछले दिनों झाबुआ से 7 क्यूबेक लीटर यानी कि 260 सिलेंडर अन्य जिलों में ऑक्सीजन पूर्ति के लिए रवाना किए गए. इन सब के पीछे खास बात यह है कि मरीजों के जान से जुड़े ऑक्सीजन आपूर्ति का आवक जावक यानी एक एक सिलेंडर का लेखा-जोखा झाबुआ की महिला डिप्टी कलेक्टर वीसा माधवानी संभाल रही है.

पेटलावद सरकारी हॉस्पिटल में ऑटोमेटिक ऑक्सीजन मशीन की सौगात
जिले के प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग एवं कलेक्टर सोमेश मिश्रा के निर्देश पर झाबुआ के अंतरवेलिया में स्थित एकमात्र निजी ऑक्सीजन निर्माण फैक्ट्री को कच्चे माल की उपलब्धता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से कराई गई. उक्त निजी फैक्ट्री से सरकारी सप्लाई के अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति या उद्योग के काम के लिए ऑक्सीजन सप्लाई में रोक लगा दी गई है. कलेक्टर सोमेश मिश्रा की सूझबूझ एवं पेटलावद समाजसेवियों के जनसहयोग से पेटलावद सरकारी हॉस्पिटल में ऑटोमेटिक ऑक्सीजन मशीन की सौगात दी गई है.

सीमित संसाधनों के बाद भी झाबुआ ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन गया
ऐसा ही प्रयास अब मेघनगर सरकारी हॉस्पिटल में रोटरी क्लब के माध्यम से ऑटोमेटिक ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है. सीमित संसाधनों के बाद भी प्रशाशन की अलर्टनेस, सटीक लेखा-जोखा, कालाबाजारी पर रोक होने से अभी तक ऑक्सीजन आपूर्ति में जिले भर में कहीं भी कमी नहीं आई है. इसी वजह से किसी भी व्यक्ति की ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है. सीमित संसाधनों के बाद भी झाबुआ ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन गया है.