मुकेश सेन, टीकमगढ़. मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से गरीबों का पेट भरने के लिए वितरित किए जाने वाले गेहूं को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आया है. जहां गीले और अंकुरित गेहूं गोदामों में भेज दिए गए. जिस कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए गोदाम संचालकों को गेहूं रिजेक्ट करने के निर्देश दिए.

यह मामला जतारा ब्लॉक का है. कलेक्टर कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गरीबों को वितरण के लिए जो गेहूं भेजा गया है, उसकी गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं है. मैंने ऐसे गेहूं को तत्काल रिजेक्ट करने के निर्देश दिए हैं. किसी भी स्थिति में इस तरह का अनाज गरीबों को नहीं बांटा जाएगा.

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कलेक्टर ने कहा कि जतारा में राशन दुकानों पर जो गेहूं पहुंचा था, वह न केवल गीला था, बल्कि उसमें अंकुर भी निकल चुके थे. जिससे उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है. यह गेहूं खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पात्र परिवारों को वितरित किया जाना था. वहीं अब कलेक्टर के निर्देश के बाद खाद्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया.

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