अजयारविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश का शहडोल जिला अस्पताल फिर चर्चाओं में है. जहां एक मरीज से डाॅक्टर ने इलाज के नाम पर पैसे मांगे. इतना ही नहीं डाॅक्टर ने उसे निजी अस्पताल में आकर इलाज कराने का ऑफर भी दिया. जिसकी शिकायत पीड़ित ने कमिश्नर शहडोल संभाग से की है.
दरअसल, निगम काॅलोनी निवासी युवराज सिंह ठाकुर ने जिला अस्पताल के डाॅक्टर पर इलाज के नाम पर पैसा मांगने और निजी अस्पताल में आकर इलाज कराने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. जिसकी शिकायत उसने शहडोल कमिश्नर से लिखित में की है. जिसमें बताया गया कि कुछ दिन पहले उसके बाए हाथ में चोट लग गई थी. जिसके इलाज के लिए वह 3 सितंबर को अस्पताल पहुंचा था.
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जहां डाॅ. अरविंद अंबेडकर ने हाथ फैक्चर होना बताया और ऑपरेशन कराने की बात कहते हुए कथित डॉ मनीष सिंह के यह बुलाया. जहां 300 रुपये की पर्ची कटाकर दूसरे दिन देवांता हास्पिटल में इलाज के लिए बुलाया. यह कहते हुए कि कम खर्च में अच्छा इलाज हो जाएगा. दूसरे दिन देवांता हास्पिटल में फिर 300 रुपये की पर्ची कटाकर डॉक्टर ने 5 हजार रुपये जमा कराकर भर्ती होने के लिए कहा और चले गए. पैसे नहीं होने पर वह बिना इलाज कराए वापस चला आया.
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हैरत की बात यह रही कि आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी इलाज नहीं हो सका. इलाज के लिए जिला अस्पताल से प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटने पड़े. इसी से आहत होकर पीड़ित युवक ने मामले की कमिश्नर शहडोल से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है. इस मामले में सिविल सर्जन डॉ जीएस परिहार का कहना है कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
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