मनीष मारू, आगर मालवा। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण काल में गांव-देहात में उपचार करने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस कार्रवाई में चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. कहीं बिना डिग्री वाले लोग मरीजों का उपचार कर रहे हैं तो कहीं खानदानी पेशा बताकर सालों के अनुभव के आधार पर लोग बीमारियों का इलाज कर रहे है. ताजा मामला जिले के धान्याखेड़ी गांव का है, जहां कल संतरे के बगीचे में जमीन पर लिटाकर एवं पेड़ के सहारे गलूकोज चढ़ाकर उपचार करने का मामला प्रकाश में आया था.इसमें पता चला है कि एक पशु चिकित्सक बड़े पैमाने पर गांव के मरीजों का इलाज कर रहा था.
यह पशु चिकित्सक गांव वालों को सभी तरह की बीमारियां ठीक करने का दावा करते हुए बगीचे में पेड़ की छांव में ग्लूकोज लटकाकर इलाज कर रहा था.
कथित झोलाछाप डॉक्टर इंसानों का नहीं बल्कि जानवरों का डाक्टर निकला
मामले का खुलासा होने के बाद प्रशासनिक टीम ने कल ही वहां पर दबिश दी थी. अमले के पहुंचने के पहले वहां से झोलाछाप डॉक्टर सहित उपचार करा रहे ग्रामीण मरीज भी गायब हो गए थे. इस मामले में आज जब प्रशासनिक टीम कथित डॉक्टर के घर पहुंची तो चौकाने वाला खुलासा हुआ है. वह कथित झोलाछाप डॉक्टर इंसानों का नहीं बल्कि जानवरों का डाक्टर निकला. आरोपी डॉक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
मामला सामने आने के बाद कथित चिकित्सक परिवार सहित फरार
जानकारी के अनुसार धान्याखेड़ी गांव में संतरे के बगीचे को अस्पताल बनाकर मरीजों का उपचार करने वाले फर्जी चिकित्सक के घर आज प्रशासनिक अमला पहुंचा. चिकित्सक के घर प्रशासनिक अमले को ताला लगा मिला. जांच में सामने आया है कि आरोपी देवीसिंह इंसानों का नहीं बल्कि जानवरों का डॉक्टर है. मामला सामने आने के बाद कथित चिकित्सक परिवार सहित फरार हो गया है. वहीं लल्लूराम डॉट काम में खबर प्रकाशन के बाद सुसनेर बीएमओ डॉ. मनीष कुरील की शिकायत पर उपचार करने वाले कथित चिकित्सक देवीसिंह पिता भैरूसिंह सोंधिया निवासी धान्याखेड़ी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है.
एमडी मेडिसिन डॉक्टर के खिलाफ भी एफआईआर
पुलिस आरोपी चिकित्सक की तलाश में जुटी हुई है. साथ ही जिला प्रशासन अब ऐसे अन्य मामले भी खंगाल रहा है. आगर जिला मुख्यालय में एक और झोलाछाप डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसी तरह बिना अनुमति लैब में कोविड 19 टेस्ट किये जाने और अनाधिकृत लोगों द्वारा लैब संचालन के मामले में एक एमडी मेडिसिन डॉक्टर पीयूष धवन के खिलाफ भी कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
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