संदीप शर्मा, विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा में एक किसान ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या की कोशिश की। हैरान करने वाली बात तो यह है कि पीड़ित ने यह कदम पुलिस और राजस्व अधिकारियों के सामने उठाया। लेकिन सभी तमाशबीन बन खड़े रहे और किसी ने उसे नहीं रोका। जिसके बाद वह काफी देर तक जमीन पर तड़पता रहा। पूरा मामला सिरोंज तहसील का है।

सीमांकन करने पहुंचे थे अधिकारी 

बताया जा रहा है कि बेरखेड़ी गांव में नायब तहसीलदार ललित सक्सेना, पटवारी और राजस्व निरीक्षक पुलिस के साथ सीमांकन करने पहुंचे थे। यहां किसान अरविंद शर्मा मौजूद थे। उनके सामने ही किसान ने जहरीला पदार्थ खा लिया।

हालत बिगड़ते देख विदिशा किया रेफर 

बताया जा रहा है कि नायब तहसीलदार और मौके पर मौजूद शासकीय कर्मचारी देखते ही रहे। किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की। जिसे गंभीर हालत में सिरोंज शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया। जिससे किसान की हालत बिगड़ते देख उसे विदिशा रेफर किया गया।

 फर्जी नक्शा बनाकर सीमांकन करने पहुंचने का आरोप 

किसान अरविंद शर्मा के छोटे भाई प्रदीप शर्मा ने बताया कि तहसीलदार फर्जी नक्शा बनाकर सीमांकन करने पहुंचे थे। पहले हमारी जमीन ऑनलाइन भी दिख रही थी। साथ ही ऑफलाइन दस्तावेज भी मौजूद थे। लेकिन अब दो-तीन साल में किसी से मिलकर नक्शा मिटवा दिया है। उन्होंने बताया कि सीमांकन करने पहुंचे नायब तहसीलदार से पूछने पर कहने लगे कि उनकी कोई जमीन नहीं है। पीड़ित ने तहसीलदार और पटवारी पर नक्शे में छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं। 

नायब तहसीलदार ने कही ये बात

नायब तहसीलदार ललित सक्सेना ने बताया कि किसान का सीमांकन पहले 2 बार हो चुका है। वह इससे संतुष्ट नहीं थे। जिसके बाद सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी। हल्का पटवारी मौके पर पहुंचकर सीमांकन कर रहे थे। इस बीच वे दौड़कर कहीं गए और कुछ लाकर पीने लगे। नक़्शे के छेड़छाड़ पर उन्होंने कहा कि हमनें उन्हें आवेदन लगाने की बात कही थी। 

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