हेमंत शर्मा, इंदौर। आपने अक्सर पोस्टमैन को डाक ले जाते देखा होग. पर अब पोस्टमैन अस्थियों को भी ले जाने का काम करने जा रहे हैं. डाक विभाग अस्थियों के विसर्जन के लिए स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्रयागराज, हरिद्वार, गयाजी, वाराणसी भेजने का काम करने जा रहा है.

वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपनों को खोया है. इतना ही नहीं परिजन मृतकों का अंतिम संस्कार भी नहीं कर पाए. मान्यतानुसार अंतिम संस्कार के बाद अस्थियां संग्रह करके वाराणसी, हरिद्वार, प्रयागराज एवं गया में विधि विधान से विसर्जन करने की परंपरा है. लोग अस्थि कलश लेकर तीर्थ स्थानों पर जाते हैं और विधि-विधान से गंगा में विसर्जन करते हैं, लेकिन कोरोना के खौफ की वजह से अधिकतर लोग ऐसा नहीं कर पाए हैं. यहां तक कि अस्थियां लेने श्मशान घाट भी नहीं पहुंचे. जिसकी वजह से कई जगह अस्थियों के अंबार भी लग गए हैं.

अब ऐसे लोगों की मदद के लिए डाक विभाग और एक संस्था ओम दिव्य दर्शन सामने आई है. जो कि अस्थियों का विसर्जन करेगा. डाक विभाग स्पीड पोस्ट से उस अस्थि के पैकेट को संबंधित जगहों पर भेजवाएगा. कर्मकांड कराने में भी डाक विभाग मददगार बनेगा. इसके लिए डाक विभाग और ओम दिव्य दर्शन संस्था के बीच समझौता हुआ है. डाक विभाग द्वारा अस्थियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्रयागराज, हरिद्वार, गया, वाराणसी भेजा जाएगा.

विधिवत होगा कर्मकांड

बता दें कि महामारी के इस दौर में डाक विभाग ने ओम दिव्य दर्शन नामक सामाजिक-धार्मिक संस्था के साथ मिलकर ऐसे लोगों की मदद करने का फैसला किया है. इतना ही नहीं संस्था की ओर से विधिवत कर्मकांड कराया जाएगा. इसके लिए लोगों को संस्था के पोर्टल htpp://omdivysdarshan.org पर अपना पंजीकरण कराना होगा. इसके बाद डाकघर में भेजे जाने वाले अस्थि पैकेट को अच्छी तरह से पैक कर इस पर मोटे अक्षरों में ओम दिव्य दर्शन अंकित करना होगा, ताकि इसे अलग से पहचाना जा सके. पैकेट पर नाम, पता, मोबाइल नंबर भी लिखना होगा. स्पीड पोस्ट बुक करने के बाद संस्था के पोर्टल पर स्पीड पोस्ट बार कोड नंबर सहित बुकिंग डिटेल्स अपडेट करना होगा. जो लोग इन तीर्थ स्थलों पर नहीं जा सकते है. वे अपने परिजनों की अस्थियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजकर उनका अस्थि विसर्जन करवा सकते हैं.

वीडियो कॉलिंग पर देख सकेंगे विसर्जन

डाकघर में पैकेट मिलने के बाद ओम दिव्य दर्शन के पते पर इसे डाक विभाग भेज देगा. जिसके बाद पंडित इसका विधिवत अस्थि विसर्जन और श्राद्ध संस्कार करेंगे. जिसे परिजन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से देख सकेंगे. अस्थि विसर्जन और अन्य क्रियाओं के बाद संस्था मृतक के परिवार को डाकघर द्वारा एक बोतल गंगा जल भी भेजेगा.

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धार्मिक स्थानों पर भेज सकते हैं अस्थि

इंदौर जीपीओ के पोस्ट मास्टर श्रीनिवास जोशी ने बताया कि, “कोविड काल में कई लोगों ने अपनों को खोया है और वे उनकी अंतिम क्रिया तक नहीं कर सके थे. अब पोस्टल डिपार्टमेंट की मदद से अस्थियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से इन धार्मिक स्थानों पर भेजा जा सकता है. उन्होंने ने कहा कि हमारे यहां गंगा में अस्थि विसर्जन और वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया में श्राद्ध के द्वारा आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना का रिवाज है.

परिजनों को नहीं होगी परेशानी

वहीं मुक्तिधाम पहुंचे परिजन ने बताया कि उनको उनके परिजनों की अस्थियों का संचय कराने के लिए सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है, क्योंकि कोरोना काल में सफर करने में भी काफी परेशानियां हो रही हैं. साथ ही आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. इसलिए वे भी स्पीड पोस्ट के माध्यम से अपने परिजनों की अस्थियों को संचय कराने के लिए भेजेंगे.

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इस तरह कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन-

  • अस्थियां भेजने के लिए ओम दिव्य दर्शन संस्था के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
  •  पैकेट भेजने वाले का विवरण, मृतक से रिश्ता और ओम दिव्य दर्शन का पता लिखना होगा.
  • स्पीड पोस्ट के बाद संस्था के पोर्टल पर स्पीड पोस्ट बार कोड नंबर सहित जानकारी देनी होगी.
  • डाकघर इसे व्यक्ति की मांग के अनुसार गयाजी, हरिद्वार, प्रयागराज और वाराणसी भेजेगा.
  • विसर्जन कार्य का संस्था लाइव वीडियो कॉलिंग के माध्यम से करेगी और व्यक्ति के घर गंगाजल भेजा जाएगा.

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