हेमंत शर्मा, इंदौर। कोरोना संक्रमण काल में जहां जिला प्रशासन के सभी विभगों के अधिकारी-कर्मचारी आपस में सामंजस्य बनाकर काम रहे हैं. वहीं जिले के एक आला अधिकारी द्वारा महिला अधिकारी से दुव्र्यवहार के कारण नौकरी से त्याग पत्र देने का मामला सामने आया है.

जानकारी के अनुसार इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी को नौकरी छोड़ देने की सलाह दे डाली. अधिकारी की सलाह पर महिला अधिकारी ने तत्काल सेवा से त्याग पत्र दे दिया. महिला अधिकारी का त्याग पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.


इस मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने बताया कि जिलाधीश की धमकी और बदतमीजी भरे व्यवहार से आहत होकर उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया है. उन्होंने अपना त्याग पत्र आयुक्त संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल को भेज दिया है.

महिला अधिकारी के मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता
जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गाडरिया के त्याग पत्र देने के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ल, विधायक विशाल पटेल और कांग्रेस शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने उनसे मुलाकात की. उनके बीच मुलाकात का विषय क्या रहा यह पता नहीं चल पाया है. वहीं मामले को लेकर सोशल मीडिया सहित शहर में चर्चा आम है.

कांग्रेस नेताओं ने कहा इंदौर लाशों का ढेर बन गया
जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा इस्तीफा देने के मामले पर शहर के कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आज दुर्भाग्य का दिन है. हम उनसे निवेदन करने आए हैं. डॅाक्टर दिन मेहनत कर मरीजों की सेवाएं कर रहे हैं. वहीं मंत्री और जनप्रतिनिधि अपनों घरों में बैठे हुए हैं. यदि डॅाक्टर इस्तीफा देने लग जाएंगे, तो इंदौर में लाशों का ढेर लग जाएगा. नेताओं ने कहा आज दो ही भगवान बचे हैं, एक ऊपर वाला और दूसरा डाक्टर भगवान. महिला अधिकारी से हम सब ने मिलकर इस्तीफा नहीं देने का निवेदन किया. इस्तीफा वापस नहीं लेने पर और परेशान अन्य डाक्टर भी इस्तीफा देने लगेंगे. इससे अस्पताल की व्यवस्था चरमरा जाएगी. वर्तमान हालात में डॅाक्टर नर्स सहित अस्पताल में मैन पावर की सख्त जरूरत हैं. इंदौर शहर में आसपास के 30 जिले के मरीज आते हैं. कोरोना मरीजों के उपचार का पूरा दरोमदार शहर के अस्पताल पर है. इस्तीफा देने से इंदौर शहर की हालत बिगड़ जाएगी.

मेडिकल स्टॉफ को संबल देने की जरूरत
पूर्व मंत्री तीजू पटवारी ने कहा कि आज मेडिकल स्टॅाफ को संबल देने की जरूरत है. हम हौसला बढ़ाने आए थे. सकारात्मक सोच से ही कोरोना के इस संकट काल से निकलना है. व्यवस्था बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सब को मिलकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए. कभी कभी ऊंच नीच हो जाती है. हमने सभी ने महिला अधिकारी से इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया है.