शब्बीर अहमद, भोपाल। राजधानी भोपाल के छोला थाना क्षेत्र स्थित गिरनार वैली में रहने वाले एक युवा डॉक्टर अपने घर में सुबह मृत मिला। मामले में पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज कर मर्ग कायम कर लिया है।
मृतक डॉक्टर का नाम सत्येन्द्र सिंह चौहान उम्र 32 वर्ष बताई जा रही है। मृतक राजधानी के अस्पताल होप में कार्यरत थे। उनकी ड्यूटी कोविड वार्ड में थी, वे वहां भर्ती कोरोना के मरीजों का इलाज करते थे। बताया जा रहा है कि 3 मई को सुबह 4 बजे वे पेशेंट को देखने अस्पताल गए थे और आधा घंटा बाद ही वो घर वापस आ गए। जिसके बाद होप अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा उन्हें कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। रात्रि 10 बजे के करीब अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हें गिरनार वैली में मृत अवस्था में देखा।
लेते थे नींद का इंजेक्शन
डॉ सत्येन्द्र सिंह चौहान के पिता पीएचक्यू में एएसआई के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे सत्येन्द्र सिंह को पिछले कुछ समय से नींद न आने की समस्या आ रही थी। जिसकी वजह से वह घर में ही नींद का इंजेक्शन लेते थे। डॉ अपने बिस्तर में जहां मृत पड़े थे वहां नींद के इंजेक्शन भी रखे हुए थे। बिस्तर के पास ही बड़ी संख्या में इंजेक्शन और सिगरेट के पैकेट पड़े थे। माना जा रहा है कि नींद के इंजेक्शन की ओवर डोज लेने से ही उनकी मौत हुई है। हालांकि मौत की सही वजह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी।
कोविड वार्ड में दिन-रात की ड्यूटी बनी वजह!
डॉ सत्येन्द्र की मौत से यह सवाल जरुर उठ रहा है कि 24 घंटे रात-दिन की ड्यूटी ही तो कहीं उनके नींद न आने की समस्या और अवसाद की वजह तो नहीं थी।