भोपाल। राजधानी के जेपी अस्पताल पर एक फिर लापरवाही का आरोप लगा है. शनिवार को संदिग्ध कोरोना संक्रमित एक युवक की मौत हो गई. युवक का ईलाज कर रहे डॉक्टर ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया.

दरअसल शनिवार को राजधानी के जयप्रकाश अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में एक संदिग्ध कोरोना संक्रमित युवक की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन पर आरोप भी लगाया. युवक की मौत के बाद कांग्रेस नेता पीसी शर्मा भी अस्पताल पहुंचकर नाराजगी जाहिर की.

डॉक्टर ने अपने पद से दिया इस्तीफा
हालांकि संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आया है. जहां युवक का ईलाज कर रहे डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. डॉक्टर श्रीवास्तव अपने पद से इस्तीफा देते हुए कुछ लोगों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में अब सेवाएं नहीं दे सकता हूं. मरीज का ऑक्सीजन सेचुएशन 32 फीसदी थी और सुगर लेवल 223 था और मरीज कोरोना निगेटिव था. डॉक्टर ने सिविल सर्जन को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया.

डॉक्टर का इस्तीफा पत्र

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा पहुंचे अस्पताल
जेपी अस्तपताल में युवक की मौत होने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा अस्पताल पहुंचे. जहां वे परिजनों और अस्पताल प्रबंधन से बातचीत की. इस दौरान कई बार पीसी शर्मा डॉक्टर को फटकार लगाते हुए दिखे.

परिजनों का अस्पताल पर आरोप
वहीं मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने बताया कि युवक की हालात खराब होने पर डॉक्टर ने आईसीयू वार्ड में शिफ्ट करने से मना कर दिया. जबकि परिजन लगातार उसे आईसीयू ले जाने के लिए कहते रहे. उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें कई बार प्राइवेट अस्पताल ले जाने और यहां कोई व्यवस्था न होने की बात कही.

डॉक्टर का कांग्रेस नेताओं परआरोप

अस्पताल में परिजनों के हंगामें के कुछ ही देर में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और कांग्रेस के पार्षद गुड्डू चौहान भी पंहुच गए. जहां नेताओं ने हंगामा करते हुए डॉक्टरों से बदसलूकी की और डॉक्टरों को जमकर फटकारा. जिसके बाद घटना से आहत डॉक्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.