बालाघाट। कोरोना लॉकडाउन में पुलिस की सख्त मिजाज के इतर उसका मानवीय चेहरा भी सामने आया है. पुलिस जहां नियम तोडऩे वालों के खिलाफ सख्ती के साथ पेश आ रही है वहीं जरूरतमंदों की मदद भी कर रही है. लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों के पास एक युवक पहुंचा और जहर खाने के लिए पैसे मांगने लगा और चंद घंटे के अंदर पुलिस उसके घर 2 महीने का राशन लेकर पहुंच गई. पुलिस की इस दरियादिली की चर्चा शहर के अलवा सोशल मीडिया पर भी हो रही है.

लॉकडाउन में उसका रोजगार छिन गया और पत्नी भी हो गई बेरोजगार
जानकारी के अनुसार शादी ब्याह में बाजा बजाने का काम करने वाला 35 साल का अर्जुन बंशकार बालाघाट के गायखुरी इलाके में अपनी पत्नी और 2 मासूम बच्चों के साथ रहता है. लॉकडाउन में उसका रोजगार छिन गया और पत्नी जो घरों में झाड़ू पोछा लगाती थी उसे भी काम से बैठा दिया गया. कोई काम नहीं मिलने पर थक हारकर चौराहे पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के पास पहुंच और कहा कि जहर खाने को पैसे दे दो. युवक की हालत पुलिस कर्मियों को देखी नहीं गई और पुलिस कर्मियों ने हमदर्दी का परिचय देते हुए आश्वासन देकर घर भेज दिया. कुछ घंटों में 2 महीने का राशन लेकर पुलिस उसके घर पहुंच गई.

3 दिन से घर में अनाज नहीं होने से परेशान था

पीडि़त युवक अर्जुन बांसकार ने बताया कि मैं 3 दिन से घर में अनाज नहीं होने से परेशान था. छोटे-छोटे बच्चे हैं. बीवी झाड़ू पोछे का काम करती थी, उसका भी काम छूट गया. मजबूरी में पुलिस के पास जहर की गोली मांगने गया था, लेकिन उन्होंने मुझे 2 महीने का राशन दे दिया. उनका कहना है कि पुलिस इस समय बहुत अच्छा काम कर रही है.

हर बार पुलिस लाठी नहीं उठाती, कई बार गिरते हुए को थामने के लिए हाथ भी बढ़ाती है
पुलिस ने अरविंद को घर चलाने के लिए राशन ही नहीं दिया बल्कि साथ में जीने के लिए नई उम्मीद दी. उसे इस बात की हिम्मत भी दी कि कोई और साथ दें या ना दें पुलिस उसकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार है. हर बार पुलिस लाठी नहीं उठाती कई बार गिरते हुए को थामने के लिए हाथ भी बढ़ाती है. वर्दी के साथ हमदर्दी की तस्वीर अब लोगों के बीच सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही है. संक्रमण काल में मानवता से जुड़ी कई तस्वीरें एक के बाद एक सामने आ रही है. पुलिस कर्मियों की इस संवेदना भरी तस्वीर, मदद भरे कदमों पर वरिष्ठ अधिकारी भी उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.

कहने लगा मुझे जहर खाने के लिए पैसे दे दो
पुलिस कर्मी बनवारी उइके ने कहा कि हम चौराहे पर ड्यूटी कर रहे थे तभी यह युवक आया. कहने लगा मुझे जहर खाने के लिए पैसे दे दो. पहले इसे हमने नगरपालिका से कुछ दिलाने की कोशिश की और जब वहां से अनाज नहीं मिला तो हमने आपस में पैसे इकट्ठा कर 2 महीने का अनाज दे दिया.

स्टाफ ने उसे समझाया और जीने की नई उम्मीद के साथ सहारा भी दिया
सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव ने बताया कि कल हमारा कुछ स्टाफ एक चौराहे पर ड्यूटी कर रहा था. इस दौरान एक युवक आया और जहर की गोली मांगने लगा. स्टाफ ने उसे समझाया और जीने की नई उम्मीद के साथ सहारा भी दिया. स्टाफ की इस कोशिश से विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी तारीफ कर रहे हैं.